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1 नवंबर से प्रदेश में हुई धान खरीदी की शुरुआत, रतनपुर में किसान बरकत अली ने की बोहनी, कलेक्टर सौरभ कुमार ने अधिकारियों को दिए निर्देश, किसानों को नहीं होनी चाहिए कोई परेशानी

यूनुस मेमन

मंगलवार 1 नवंबर से प्रदेश में धान खरीदी की शुरुआत हो गई। 1 नवंबर से 31 जनवरी तक 3 महीने चलने वाले इस अभियान के लिए 1.23 लाख किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।पिछले साल की तुलना में यह संख्या 6464 अधिक हैं।
धान खरीदी के पहले दिन किसान सेवा सहकारी समिति रतनपुर 1127 में खरीदी की शुरुआत अवसर पर कलेक्टर सौरभ कुमार पहुंचे। यहां किसान बरकत अली ने बोहनी की। उन्होंने 480 किलो धान बेचा। इस अवसर पर तहसीलदार प्रकाश साहू ,प्रबंधक वीरेंद्र विक्रम सिंह, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष आनंद जायसवाल, एल्डरमैन सुभाष अग्रवाल, पार्षद रामगोपाल कहरा, रुद्र कुमार गुप्ता, अमर सिंह यादव सुभाष अग्रवाल आदि मौजूद थे।


कलेक्टर ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि धान बेचने में किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। शासन की मंशा अनुरूप धान खरीदी की शुरुआत 1 नवंबर से होने के बाद किसानों को बारदाने के लिए नहीं जूझना पड़े इसकी व्यवस्था की जा रही है। गत वर्ष की अपेक्षा किसानों को इस साल जाहिर तौर पर धान बेचने के लिए अधिक समय मिल रहा है, जिसके लिए तमाम प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। टोकन की परेशानी से बचने के लिए इस बार वैकल्पिक तौर पर ऑनलाइन टोकन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। किसान घर बैठे अपना टोकन स्वयं जारी कर सकते हैं। कलेक्टर सौरभ कुमार ने अधिकारियों से कहा कि धरातल पर जो भी समस्या सामने आए, उसका तत्काल समाधान निकाला जाए।

बिलासपुर जिले में इस साल धान बेचने के लिए 1 लाख 23 हज़ार 741 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। इसकी तुलना में पिछले साल 1,17, 000 किसान थे, यानी इस बार किसानों की संख्या बढ़ी है । बिलासपुर जिले में 5.43 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य तय किया गया है, पिछले साल यही आंकड़ा 4.84 लाख मैट्रिक टन था।
कॉमन धान का समर्थन मूल्य ₹2040 प्रति क्विंटल और ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य ₹2060 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। धान खरीदी की अधिकतम सीमा गतवर्ष की भांति लिंकिंग सहित 15 क्विंटल अधिकतम है। किसानों की सुविधा के लिए जिले के 114 समितियों के अंतर्गत 130 धान उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। धान खरीदी के लिए 27174 गठान बारदानों की जरूरत होगी, जिसमें से आधे नए होंगे और आधे पुराने वाले काम में लाये जाएंगे। फिलहाल 21000 गठान खरीदी के लिए उपार्जन केंद्र को उपलब्ध करा दिए गए हैं। एक गठन में 500 बारदाने शामिल होते हैं। किसानों को अतिरिक्त जरूरत पर ₹25 प्रति बारदाने के हिसाब से बारदाना उपलब्ध कराया जाएगा।


धान खरीदी सोमवार से शुक्रवार तक होगी। शासकीय अवकाश के दिन धान खरीदी बंद रहेगी। धान में 17% से ज्यादा नमी नहीं होनी चाहिए। किसानों को अपना धान सूखाकर ठीक से साफ कर खरीदी केंद्र लाने का अनुरोध किया गया है। धान खरीदी केंद्र भी पूरी तरह से तैयार है। वैसे अधिकांश किसानों की फसल अब भी खेत में ही है। 1 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत भले कर दी गई है लेकिन फिलहाल धान खलिहान तक नहीं पहुंची है इसलिए धान खरीदी में तेजी फिलहाल नज़र नहीं आएगी। इसमें थोड़ा वक्त लगेगा।

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