
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू -27.9.22

पखांजुर,
नगर पंचायत पखांजूर में जहां सैकड़ों गरीब परिवार अब भी प्रधानमंत्री आवास के लिए भटक रहे है और उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा ,वहीं नगर में कई अपात्रों को प्रधानमंत्री अवास योजना का लाभ दिया दे दिऐ गऐ है। अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है की शासकीय सेवा , पेंशनधारी के साथ साथ बड़े बड़े पक्के आवास वालों को भी प्रधानमंत्री आवास दे दिऐ गऐ, और उनकी किस्त भी जमा कर दी गई। मामला प्रकाश में आने के बाद अब इस मामले में भाजपा पार्षदों ने अधिकारियों पर धूसखोरी का आरोप लगा अपात्रों को आवास देने का आरोप लगाते हुए दोषि अधिकारियों पर सक्त कार्यवाही की मांग की है।
नगर पंचायत पखांजूर में अपात्रों को प्रधानमंत्री आवास देने के मामला प्रकाश में आया है। नगर पंचायत पखांजूर में आज भी बड़ी संख्या में गरीब परिवारों को आवास नहीं मिल पाया है। आज भी कई परिवार टूटे फूटे कच्चे मकानों में रह रहे है पर इसी नगर पंचायत में बड़ी संख्या में अपात्रों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिया जा रहा है जो इस योजना के तहत पात्र ही नहीं है। लापरवाही का आलम यह है की शासकीय सेवकों , पेंशनधारियों के साथ साथ बड़े बड़े पक्के मकान वालों को भी इस योजना के तहत आवास दे दिए गऐ। वार्ड क्रमांक 13 निवासी उत्तम कर को इस योजना के तहत आवास मिला है और पक्का घर निर्माण के लिए 56 हजार की पहली किस्त भी जारी कर दी गई है। जब की हितग्राही की बड़ी सी पक्की किराना दुकान है दो पक्के मकान है और उनकी पत्नी शासकीय सेवा में सहायक शिक्षक के पद में पदस्थ है। इसी प्रकार वार्ड क्रमांक 2 निवासी सविता सरकार को भी इस योजना के तहत आवास मिला है जबकी वे स्ंवम पेंशनधारी है। इसी प्रकार वार्ड क्रमांक 2 निवासी सुमिती मंडल को भी इस योजना के तहत मकान मिला है जिसे तीन किस्त जारी कर दी गई है। जबकी इस हितग्राही का पखांजूर पुराना बाजार में बड़ा सा पक्का मकान है। और इस मामले में तो लापरवाही का आलम यह है की हितग्राही अपना आवास पखांजूर नगर पंचायत के बाहर बना रहा है और इसके बाद भी इस मकान का जियोटेक कर तीन किस्त जारी भी कर दी गई। मामला प्रकाश में आते ही इस मामले में भाजपा पार्षद व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय पूर्व उपाध्यक्ष नारायण साहा, बबलू सरकार ने इसकी जांच और अपात्रों को आवास देने वाले अधिकारियों के खिलाफ सक्त कार्यवाही की मांग की है। उन्होनंे बताया की वर्तमान में कई जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में और अधिकारियों को पैसे दे अपात्रों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है जबकि पात्र हितग्राही आज भी आवास के लिए भटक रहे है। इस मामलें में अपात्र हितग्राहियों के खिलाफ सक्त कार्यवाही के साथ साथ इसके लिए जिम्मेदारों पर भी कार्यवाही की मांग की है।
यह योजना उन गरीब परिवारों के लिए है जिनके पास स्वय का पक्का मकान नहीं है। इस योजना में का लाभ लेने के लिए हितग्राही को एक शपथ पत्र भी देना पड़ता है जिसमें उनका कोई पक्का मकान नहीं है इसकी घोषणा करनी पड़ती है। पर इस मामले में हितग्राही अपात्र होने के बाद भी झूठा शपथपत्र दिया और योजना का लाभ लिया। मामला प्रकाश में आने के बाद यही झूठा शपथपत्र अब उनके लिए मुशीबत बनने वाला है। इस संबध में जब नगर पंचायत के सीएमओ अरविंदनाथ योगी से जानकारी ली गई तो उन्होनें बताया की इस मामलेें में जांच कराई जा रही है अगर हितग्राही अपात्र मिले तो उनको दी गई रकम की वसूली होगी साथ ही झूठा शपथ पत्र देने के मामले में उन पर आपराधिक मामला भी दर्ज कराया जाऐगा।
