

बिलासपुर | दुर्ग-निजामुद्दीन हमसफर एक्सप्रेस मंगलवार दोपहर हरी-वेंकटनगर स्टेशन के बीच एक बड़ी दुर्घटना से बाल-बाल बच गई। ट्रैक पर बिना ब्लॉक लिए मरम्मत कार्य कर रहे कर्मचारियों की लापरवाही से ट्रेन ट्रैक पर लगे जैक रॉड से टकरा गई, जिससे इंजन क्षतिग्रस्त हो गया। सौभाग्य से ट्रेन पटरी से नहीं उतरी और सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई।
आरपीएफ ने मामले में तत्परता दिखाते हुए मेट (गैंगमेन) जवाहर लाल और ठेकेदार संजय केडिया के 9 ठेका कर्मियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ और रेलवे ट्रैक पर बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया है। आरोपियों पर रेलवे अधिनियम की धारा 153 और 174(सी) के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया।
कैसे हुआ हादसा
7 अक्टूबर की दोपहर पोल संख्या 828/11-13 के पास ट्रैक मरम्मत कार्य चल रहा था। खोडरी निवासी मेट जवाहर लाल मौखिक आदेश पर ठेका कर्मियों से काम करवा रहे थे। ट्रैक को ऊपर उठाने के लिए जैक रॉड लगाया गया था। इसी दौरान करीब 3:40 बजे दुर्ग-निजामुद्दीन हमसफर एक्सप्रेस उसी लाइन पर तेज गति से पहुंच गई। कर्मचारी जैक रॉड हटाने का समय नहीं पा सके और किनारे हट गए। ट्रेन सीधे जैक रॉड से टकराई और इंजन को नुकसान पहुंचा।
सुरक्षा नियमों का उल्लंघन
रेलवे नियमों के मुताबिक, ट्रैक पर किसी भी प्रकार का कार्य करने से पहले ब्लॉक लेना और लाल झंडी लगाना अनिवार्य होता है, ताकि लोको पायलट को खतरे की जानकारी मिल सके। लेकिन इस घटना में न तो ब्लॉक लिया गया और न ही लाल झंडी लगाई गई थी, जिसके चलते हादसे की स्थिति बनी।
25 दिन में तीसरी एफआईआर
एसईसीआर जोन में पिछले 25 दिनों में यह तीसरी घटना है, जिसमें ट्रैक मेंटेनर्स पर एफआईआर की गई है।
- पहली घटना (19 सितंबर): जयरामनगर के पास ठेका कर्मियों ने ट्रॉली लाइन पर चढ़ा दी, जो हाफा सुपरफास्ट एक्सप्रेस से टकरा गई थी।
- दूसरी घटना (23 सितंबर): शहडोल के आगे घुनघुट्टी स्टेशन के पास डोली लाइन पर छोड़ दी गई थी, जिससे उत्कल एक्सप्रेस हादसे की चपेट में आने से बची।
ट्रैक मेंटेनर एसोसिएशन में नाराजगी
लगातार एफआईआर दर्ज किए जाने से ट्रैक मेंटेनर एसोसिएशन में भारी आक्रोश है। एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी संजय गुप्ता ने कहा कि “एफआईआर की यह नई परंपरा पूरी तरह अनुचित है। पहले ऐसे मामलों में विभागीय कार्रवाई होती थी। दोष ठेका कर्मियों का होता है, लेकिन इंजीनियर और मेंटेनर्स को जेल भेजा जा रहा है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह प्रक्रिया बंद नहीं की गई, तो एसोसिएशन आंदोलन करेगा और इस मुद्दे पर जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी।
सक्षम अधिकारी के आदेश पर कार्रवाई
इस बीच बिलासपुर मंडल के सीनियर डीसीएम अनुराग सिंह ने बताया कि “तीनों घटनाओं में सक्षम अधिकारी द्वारा प्रारंभिक जांच की गई थी। जांच में विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही पाई गई, जिसके बाद रेल अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।”
मुख्य बिंदु:
- बिना ब्लॉक लिए ट्रैक पर काम कर रहे थे कर्मचारी
- जैक रॉड से टकराई हमसफर एक्सप्रेस, इंजन क्षतिग्रस्त
- मेट समेत 10 कर्मी गिरफ्तार
- 25 दिन में तीसरी बार एफआईआर
- ट्रैक मेंटेनर एसोसिएशन ने एफआईआर की प्रक्रिया पर जताई नाराजगी
