आकाश दत्त मिश्रा
दिनांक 25 अप्रैल 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने निर्णय लिया कि प्रदेश के सभी प्रशासनिक भवनों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसी तारतम्य में मुँगेली कृषि उपज मंडी के प्रवेश द्वार में साज सज्जा के साथ छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित की गई है। सरकारी आयोजनों में छत्तीसगढ़ महतारी का चित्र अनिवार्य होगा, इस फ़ैसले के साथ मुँगेली कृषि उपज मंडी के मुख्य द्वार में स्थापित की गई छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा रखरखाव का अभाव झेल रही है ।
छत्तीसगढ़ राज्य गठन के लिए हो रहे आंदोलनों के दौरान छत्तीसगढ़ महतारी का यह चित्र भारत माता के चित्र की तर्ज पर ही बनाया गया था । राज्य के गठन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार ने सभी सरकारी कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को प्रमुख स्थान देने का फैसला किया था।
समय के बीतने के साथ राज्य से कांग्रेस की रवानगी के साथ ही छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा के रख रखाव से प्रशासन ने मानो मुँह मोड़ लिया है । महतारी की प्रतिमा में रोशनी करने लगायी गई लाइट कई महीनों से ख़राब पड़ी है, जिसकी वजह से प्रतिमा के पीछे बने छत्तीसगढ़ के नक़्शे पर लगी लाइट प्रदेश के नक़्शे पर रौशनी रहती है परंतु छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा अंधेरे में रह जाती है । छत्तीसगढ़ महतारी वंदन योजना प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने तैयार की गई लेकिन जिस नाम से इस योजना को शुरू किया गया उनकी प्रतिमा स्वयं रखरखाव और रौशनी की मोहताज हो रही है , ये अफ़सोस जनक बात है ।यहाँ से गुज़रने वाले राहगीरों के अनुसार प्रतिमा किसकी है ये पता नहीं चलता, सिर्फ़ एक आकृति नज़र आती है। साथ ही प्रतिमा में कई महीनों से धूल जमी है, इसकी साफ़ सफ़ाई पर किसी का ध्यान नहीं है । रखरखाव की ज़िम्मेदारी जिन पर है उनकी इस लापरवाही को जनता छत्तीसगढ़ महतारी के अपमान के रूप में देख रही है । देखने सुनने में सामान्य सी लगने वाली इस अव्यवस्था को ज़िला प्रशासन एवं नगर पालिका प्रशासन को गंभीरता से लेने की ज़रूरत महसूस की जा रही है ,,क्योंकि सवाल छत्तीसगढ़ की जनता का छत्तीसगढ़ महतारी के प्रति भावनात्मक जुड़ाव का है।