एक दिन पहले रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों में संदिग्ध अवस्था में एक युवक की लाश मिली थी, शुरुआत में लग रहा था कि वह रेल हादसे का शिकार हुआ होगा लेकिन मामला हत्या का निकला । पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
सिरगिट्टी थाना क्षेत्र स्थित प्लास्टिक फैक्ट्री से कुछ ही दूर रेलवे ट्रैक के चंद कदमों की दूरी पर झाड़ी के बीच एक युवक की लाश मिली थी, उसके सर के पीछे गहरी चोट के निशान मिले । जांच से पता चला कि मृतक पास के ही एक फैक्ट्री में काम करने वाला सुपरवाइजर फर्रुखाबाद बिहार निवासी संजय राजपूत था, वह सांई प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करता था। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच शुरू की। मृतक संजय राजपूत सांई प्लास्टिक फैक्ट्री में पिछले 9- 10 महीने से काम कर रहा था और फैक्ट्री में ही अकेला रहता था। संजय राजपूत के पास एक मोटरसाइकिल भी थी लेकिन जांच के दौरान ना तो उसकी मोटरसाइकिल मिली और ना ही मोबाइल या उसका पहचान पत्र। संदेह होने पर पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि संजय राजपूत को आखिरी बार अविनाश मानिकपुरी के साथ देखा गया था। जिसे थाने बुलाकर पूछताछ शुरू की गई । पहले तो अविनाश पुलिस को गोल-गोल जवाब देता रहा लेकिन फिर पुलिस की कड़ाई के आगे वह टूट गया और उसने संजय राजपूत की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
अविनाश मानिकपुरी ने बताया कि संजय राजपूत की उसकी बहन पर बुरी नजर थी। 2 दिन पहले अविनाश मानिकपुरी ने संजय राजपूत को अपनी छोटी बहन के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा था जिसके बाद ही उसने संजय राजपूत की हत्या करने की योजना बना ली थी। घटना वाले दिन संजय राजपूत को उसने जमकर शराब पिलाई और फिर सिरगिट्टी ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक के पास ले गया, जहां उसने पहले से ही छुपा कर स्टील का शॉकप रखा था, जिससे उसने संजय राजपूत के सर पर वार किया और उसकी लाश को झाड़ियो में छुपा कर उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल लेकर वहां से चला गया। पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद कर ली है।