छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में बिलासपुर के तोरवा स्थित सबसे बड़े मानव निर्मित छठ घाट में सफाई अभियान चलाया गया। पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच , कुशवाहा मौर्य समाज, ख्वाब वेलफेयर फाउंडेशन जैसे संगठनों ने श्रमदान कर घाट में इस छोर से लेकर उस छोर तक सफाई की। अरपा नदी के इस घाट में वैसे तो वर्ष पर विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते ही रहते हैं लेकिन इस घाट की पहचान सूर्य उपासना के महापर्व छठ को लेकर है। आगामी 19 और 20 नवंबर को छठ महापर्व मनाया जाना है। इसे लेकर पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच और जिला प्रशासन द्वारा घाट में साफ सफाई की जा रही है। एक तरफ जहां निगम प्रशासन द्वारा अरपा नदी में की गई प्रतिमा विसर्जन के अवशेषों को पोकलेन और जेसीबी मशीन के माध्यम से बाहर निकाल कर घाट की सफाई की जा रही है, तो वही समिति के सदस्य और वोलेंटियर द्वारा घाट के ऊपरी स्थल स्थित मैदानी क्षेत्र में मौजूद गंदगी, पॉलिथीन खाने पीने के समान के पैकेट, गोबर, धूल आदि की सफाई की गई ।
राज्य स्थापना दिवस 1 नवंबर की सुबह समिति के सदस्य और वॉलिंटियर झाड़ू लेकर सफाई अभियान में जुट गए, जिन्होंने स्वस्फूर्त ढंग से श्रमदान करते हुए कुछ घंटे में ही घाट को चकाचक कर दिया। समिति ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे बिलासपुर छठ घाट को साफ रखने में उनका सहयोग करें । वर्तमान में श्रमदान कर जो सफाई की गई है उसे यथावत रखने घाट पर आने वाले लोगों से भी सफाई व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है। उनसे कहा गया है कि यहां- वहां डिस्पोजल, पॉलिथीन आदि न फेंके। वही घाट की पवित्रता कायम रखने की भी अपेक्षा सबसे की गई है ।
स्वीप अभियान के तहत लिया गया शपथ
आगामी विधानसभा चुनाव में शपथ प्रतिशत मतदान के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा स्वीप अभियान चलाया जा रहा है । इसी अभियान को समर्थन देते हुए बुधवार सुबह बिलासपुर छठ घाट में सफाई कार्य के पश्चात पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों और नागरिक को शत प्रतिशत मतदान के लिए शपथ दिलाई गई। पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास ने सबको शपथ दिलाते हुए कहा कि वे स्वयं अनिवार्य रूप से मतदान करें और अपने परिचितों और रिश्तेदारों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें । लोकतंत्र के इस महायज्ञ शत प्रतिशत आहुति से ही लोकतंत्र के दृढ़ होने की बात कही गई।
जिला प्रशासन द्वारा भी आरंभ कर दी गई है सफाई
हर वर्ष छठ पर्व से पूर्व बिलासपुर के छठ घाट की साफ सफाई की जाती है। इस वर्ष भी दुर्गा विसर्जन के पश्चात घाट में मौजूद प्रतिमा अवशेषों को निकाल कर नदी एवं घाट की सफाई, आसपास उग आये खरपतवारों की सफाई का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है । इसी बीच घाट में रंग रोगन का काम भी पूरा कर लिया गया है। फिलहाल घाट में मौजूद स्ट्रीट लाइट बंद है जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि छठ पर्व पर्व से पूर्व ही घाट को पूरी तरह चकाचक कर लिया जाएगा। 17 नवंबर से छठ पर्व का आरंभ होगा। नहाय खाय और खरना के पश्चात 19 और 20 नवंबर को सूर्य देव को अर्घ्य प्रदान किया जाएगा। 17 नवंबर को अरपा मैया की महा आरती की जाएगी, जिसके लिए बिलासपुर छठ घाट स्वरूप लेने लगा है।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष – डॉक्टर धर्मेंद्र दास,सचिव -सुधीर कुमार झा,सह -सचिव डॉक्टर कुमुद रंजन सिंह,
कार्यालय सचिव- रुपेश कुशवाहा, प्रवक्ता रंजन सिंह,पी सी झा, सपना सराफ,निशु यादव,लक्की ठाकुर, आनंद मोहन मिश्रा,अभिषेक सिंह, कुंदन ठाकुर, विक्रम चौधरी,प्रकाश देवनाथ,राहुल शर्मा, चंदन सिंह, केशव झा, अभिषेक ठाकुर,आदित्य ठाकुर,जे पी सिंह,आर पी सिंह,सतीश सिंह,
विनोद सिन्हा,सुनील सिंह काका , रंजन सिंह
कमलेश्वर सिंह,ब्रैंडन डिसूजा,आंजन्ये शर्मा, नवल वर्मा,आदित्य सिंह, सनत चंद्राकर,अजय भोई,चंद्रप्रकाश आदि उपस्थित थे।