जब रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ही साइबर ठगों के शिकार हो रहे हो, ऐसे में आम लोगों कि क्या कहें ।सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड पुलिस अधिकारी आर के मिश्रा के मोबाइल पर केबीसी में लॉटरी लगने का मैसेज आया था। वे भारी-भरकम इनाम के लालच में आ गए और वे साइबर ठगों के निर्देशों का पालन करते चले गए। झांसे में लेकर आरके मिश्रा से ओटीपी प्राप्त कर लिया गया और फिर उनके कलेक्ट्रेट स्थित स्टेट बैंक के खाते से रकम उड़ा ली गई। इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई थी। पुलिस ने जांच में पाया कि रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने जिस आरोपी के अकाउंट में रकम ट्रांसफर किया था, उसने नेहरू नगर जूहू मुंबई में रहने वाले सनी कुमार ठाकुर के खाते में यह रकम ट्रांसफर कर दिया था। सनी ठाकुर मूलतः जमुई बिहार का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस की एक टीम ने मुंबई से सन्नी ठाकुर को गिरफ्तार किया है ।पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग के अन्य सदस्य बिहार के रहने वाले हैं । इनकी जानकारी जुटाकर उन्हें भी गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी परिवेश तिवारी के साथ एसआई खरे ,अजय साहू और साइबर सेल के मुकेश वर्मा की विशेष भूमिका रही।