

ज़िला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण )द्वारा 03 दिसम्बर को कांग्रेस भवन में प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती मनाई गई और उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उनके योगदान को याद की गई ।
इस अवसर पर ज़फ़र अली ,एसएल रात्रे ने कहा कि राजेन्द बाबू महान देशभक्त ,स्वतन्त्रता सेनानी थे, गांधीजी के निर्देश पर नील की खेती के विरोध में किसानों को लेकर बड़ा आंदोलन किये जो ” चंपारण सत्याग्रह ” के नाम से जाना जाता है, राजेन्द्र प्रसाद दो बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे ,एक सफल वकील ,सफल लेखक जिन्होंने कई पुस्तको की रचना की , ” बापू के कदमो में बाबू” सत्याग्रह एट चंपारण ” इंडिया डिवाइडेड आदि ।
डॉ राजेन्द्र प्रसाद 1946 में खाद्य व कृषि मंत्री थे ,जो प्रथम आम चुनाव के बाद प्रथम राष्ट्रपति बने ,साथ ही संविधान सभा के सभापति भी रहे ,1963 में पटना के निकट एक आश्रम में उनका निधन हुआ , भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न की उपाधि दी ।
कार्यक्रम में ज़फ़र अली, एसएल रात्रे,त्रिभुवन कश्यप, जावेद मेमन,चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, सुभाष ठाकुर,जगदीश कौशिक, राम प्रसाद साहू,शिल्पी तिवारी, स्वर्णा शुक्ला, प्रियंका यादव, सरिता शर्मा, सावित्री सोनी, शुभ लक्ष्मी सिंह, उतरा सक्सेना,जिग्नेश जैन,अर्जुन सिंह,वीरेंद्र सारथी,राजेन्द्र वर्मा, राजेश ताम्रकार,चन्द्रहास केशरवानी,अयूब खान,चन्दन सिंह,हेमन्त दिग्रसकर,दीपक रायचेलवार,उमेश वर्मा,अनिल घोरे,गोवेर्धन श्रीवास्तव,गजेंद्र श्रीवास्तव,जितेंद्र सारथी, आदि उपस्थित थे ।
