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बिलासपुर में आयोजित महतारी हुंकार रैली में शामिल होने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी बिलासपुर पहुंच गई है। इससे पहले वह दिल्ली से राजधानी रायपुर पहुंची। एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी कार्यालय गई स्मृति ईरानी से मिलने बड़ी संख्या में भाजपा नेता पहुंचे। इस दौरान रायपुर में स्मृति ईरानी ने मीडिया से दूरी बनाए रखी, तो वहीं सड़क मार्ग से बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन पहुंची स्मृति ईरानी ने यहां भी पत्रकारों से मिलने से इनकार कर दिया।

राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव जैसे कई मुद्दों पर बिलासपुर के नेहरू चौक पर महतारी हुंकार रैली जनसभा का आयोजन किया गया है। दोपहर करीब 1:30 बजे जगमाल चौक स्थित पटेल मैदान से हुंकार रैली आरंभ होगी। इसमें इसमें स्मृति के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। वही यह रैली नेहरू चौक पहुंचकर जनसभा में तब्दील हो जाएगी, जहां स्मृति ईरानी बतौर मुख्य वक्ता अपनी बातें रखेंगी। इस दौरान प्रदेश के बड़े भाजपा नेता भी साथ होंगे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रंजना साहू , महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत भी महतारी हुंकार रैली में शामिल होने बिलासपुर पहुंची है। उन्होंने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर शंखनाद करने उतर आई है। अब छत्तीसगढ़ की मातृशक्ति कांग्रेस सरकार का प्रतिकार करेगी। इसे कांग्रेस सरकार के सफाये का आधार बताया जा रहा है।

इससे पहले स्मृति ईरानी के बिलासपुर पहुंचने पर तिफरा बजरंग होटल के पास इकट्ठा कांग्रेसियों ने स्मृति ईरानी को काला झंडा दिखाकर अपना विरोध प्रदर्शन करने की पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन इंटेलिजेंस के आगे यह तैयारी धरी की धरी रह गई। काला कपड़ा पहने और हाथों में बैनर पोस्टर एवं काला झंडा लिए विजय केसरवानी के नेतृत्व में कांग्रेसी खड़े रह गए और स्मृति ईरानी का काफिला चकमा देकर चुपचाप निकल गया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें प्रदर्शन स्थल के पास एक जगह रोके रखा , जिसके चलते कांग्रेसी स्मृति ईरानी को काला झंडा दिखाने में कामयाब नहीं हो पाए।

सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बिलासपुर में 350 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है।
रैली में शामिल होने रमन सिंह ,अभिषेक सिंह,बृजमोहन अग्रवाल भी पहुचे छत्तीसगढ़ भवन


