
आलोक मित्तल

राजनीति की समझ रखने वाले यह दावा करते हैं कि भाजपा इस बार विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशियों के चेहरे बदलेगी, इसलिए बिलासपुर से शायद ही अमर अग्रवाल को टिकट मिले। लेकिन आज भी बिलासपुर में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ही भाजपा की धुरी है। बिलासपुर में भाजपा के सबसे बड़े चेहरे अमर अग्रवाल ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमले किए।
भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ भूपेंद्र सवन्नी और जिला अध्यक्ष रामदेव कुमावत भी थे।
पिछले दिनों प्रदेश में जारी राजनीतिक घटनाक्रम और आरोप-प्रत्यारोप पर अपना पक्ष रखते हुए पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि जब से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है , पूरे प्रदेश में विकास के कार्य ठप हो गए हैं। प्रदेश के सभी सरपंच सड़क पर आ चुके हैं क्योंकि विकास के लिए उनके ग्राम पंचायत में पैसे ही नहीं है। यही स्थिति निकाय में भी है। निकाय में भी फंड की कमी के चलते कोई काम नहीं हो रहा। बमुश्किल कर्मचारियों को वेतन मिल पा रहा है ,जबकि प्रदेश में जब भाजपा का शासन था तो स्थिति बिल्कुल उलट थी। आज केवल 40 करोड़ रुपये आ रहे हैं जबकि भाजपा के शासनकाल में 400 करोड़ रुपए रहते थे। केवल 3 साल में ही कांग्रेस की सरकार ने 10 हजार करोड़ का कर्जा ले लिया। उसके बाद भले ही कमी लाई गई हो लेकिन यह कर्जा 94 हजार करोड़ तक जा पहुंचा। 50 हज़ार करोड़ का कर्जा तो केवल 3.5 साल में लिया गया है, लेकिन उसके बाद भी विकास के काम पूरी तरह ठप है।

अब चुनाव में एक साल बचा है तो कांग्रेस की सरकार को कानून व्यवस्था, विकास और सड़क याद आ रही है ।
अमर अग्रवाल ने आरोप लगाया कि पहले इस पर काम क्यों नहीं हुआ ? चुनाव के समय ही इन मुद्दों पर दिखावा कर जनता को गुमराह किया जा रहा है। अमर अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अफसर और नेता आपस में मिलकर भारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं, जिसे आईडी के छापे ने उजागर कर दिया है। ईडी के छापे का प्रेस नोट सबके पास है जबकि इसे रमन सिंह का प्रेस नोट बताया जा रहा है ।
श्री अग्रवाल ने आरोप लगाया कि ईडी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि राजनेता और व्यवसायियों का रैकेट बन गया है जो छत्तीसगढ़ के संसाधनों पर बलपूर्वक कब्जा कर पैसों की अवैध वसूली का खेल खेल रहे हैं। आज पूरी दुनिया ऑनलाइन पेमेंट की ओर बढ़ रही है। टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसके उलट मैनुअल कार्य किए जा रहे है। इसे ही उन्होंने भ्रष्टाचार की जननी बताया। अमर अग्रवाल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपए नंबर 2 से इकट्ठा किए गए हैं। 3 लोगों की गिरफ्तारी से ही उनके पास करोड़ों रुपए के नगदी और गहने मिले हैं। सभी के पास से भारी-भरकम राशि मिली है और इन सभी ने स्वीकार किया है कि यह पैसे जबरदस्ती इकट्ठा किए गए थे।
छत्तीसगढ़ में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए अमर अग्रवाल ने कहा कि एक तरफ नेता ऐश कर रहे हैं तो वही विकास के काम पूरी तरह रुक गए हैं। कानून व्यवस्था अपने सबसे बुरी स्थिति में है। उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी जनता के बीच जाएगी। यानी भाजपा और अमर अग्रवाल पूरी तरह से चुनावी मोड पर आ चुके हैं। बिलासपुर में जिस तरह से अमर अग्रवाल ने कमान संभाली है उससे लगता है एक बार फिर से वे ही भाजपा के उम्मीदवार होंगे तो वही पिछले कुछ दिनों से कयास लगाया जा रहा था कि बिलासपुर में भाजपा जिला अध्यक्ष बदले जा सकते हैं, यह मामला भी फिलहाल ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है।
