रायपुर मंडल ने ऐतिहासिक विरासत को सहेजने के लिए किया प्रेरित
बिलासपुर। संस्कृति मंत्रालय के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रायपुर मंडल द्वारा सोमवार को रतनपुर के ऐतिहासिक किला में विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत स्थानीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं के बीच जागरूकता निबंध प्रतियोगिता का आयेजन किया गया। इस संबंध में रायपुर मंडल की मुख्य अधिकारी डॉ. कारबी साहा ने बताया कि यूनेस्को द्वारा किए गए निर्धारण के मुताबिक हर वर्ष 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम ‘विरासत और जलवायु’ है। जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से विश्व धरोहर को होने वाले खतरे के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इसी के तहत रतनपुर के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए किला परिसर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता प्रतियोगिता में विभिन्न स्कूलों के प्रतिभागियों की हिस्सेदारी रही। जिनमें सबसे बेहतर निबंध लेखन के लिए 10 प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र व पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंडल रायपुर के अधिकारी डॉ. नित्यानंद कुमार ने सभी प्रतिभागियों के धरोहर के संरक्षण के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इन्हीं धरोहरों के माध्यम से हम जान पाते हैं कि हमारा अतीत कैसा था? यदि हम इन धरोहरों को सहेज नहीं पाएं तो आने वाली पीढ़ियां इस धरोहर के महत्व को जानने से वंचित रह जाएगी।
इतिहास जान हैरान रह गए विद्यार्थी
इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों को हेरिटेज वॉक कराया गया। इस वॉक के माध्यम से रतनपुर किले के विभिन्न पहलुओं से रूबरू कराया गया। स्कूली विद्यार्थी किले के ऐतिहासिक पृष्ठिभूमि के बारे में जानने के बाद बेहद हैरान थे। रतनपुर के स्थानीय निवासी होने के बावजूद उन्हें किले के ऐहितहासिक परिप्रेक्ष्य के बारे में ज्यादा नहीं पता था। सभी विद्यार्थियों को किले के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. नित्यानंद ने अधिक से अधिक संरक्षण व प्रचार-प्रसार के लिए जागरूक किया।
चलाया स्वच्छता अभियान
इस अवसर पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंडल रायपुर के अधिकारियों व कार्मिकों ने स्वयं स्वच्छता अभियान चला कर बताया कि पुरातात्विक धरोहरों का संरक्षण करने में स्वच्छता की अहम भूमिका है। ऐतिहासिक धरोहरों की सुंदरता तभी बरकरार रह सकेगी जब हम स्वच्छता के प्रति सजग रहेंगे। रायपुर मंडल की मुख्य अधिकारी डॉ. कारबी साहा ने बताया कि स्वच्छता ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंडल की पहचान है। सभी ऐतिहासिक स्थलों पर स्वच्छता का खासा ध्यान रखा जाता है।