अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम का हुआ आयोजन, पिंकी चुना गया स्मार्ट माता, ताज पहनाकर किया गया सम्मनित

पखांजुर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजुर।

कोरोनाकाल में बच्चों की गुणवत्ता का स्तर खराब होने के कारण बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को उचित स्तर पर ले जाने के लिए महिला शिक्षकों द्वारा एक नई पहल की शुरुआत की गई है। जिसमें घर पर रहकर माताएं घरेलू सामग्रियों के माध्यम से अपने बच्चों को शिक्षा से जोड़कर कैसे रखें जिससे माताओं के द्वारा अपने बच्चों की पढाई के प्रति उनके स्तर को समझने और उनकी शिक्षा में मदद मिल सके, यही थीम के आधार पर ‘अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम के तहत प्राथमिक शाला पी.व्ही. 63 के द्वारा मंगलवार को पंचायत भवन में कार्यक्रम आयोजित कर माताओं को सम्मानित किया गया है। इस कार्यक्रम में आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों एवं पहली से तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के माताओं में से स्मार्ट माता चुना गया है। स्मार्ट माता का चुनाव अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर हंशीला भुआर्य एवं सरस्वती द्वारा उपस्थित माताओं में से श्रीमती पिंकी मंडल को स्मार्ट माता चुना गया है। इस दौरान चुने गए स्मार्ट माता को ताज पहनकर एवं गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया है।

इस अवसर पर अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर हंशीला भुआर्य, शिक्षिका प्राथमिक शाला पी.व्ही. 132 एवं मास्टर ट्रेनर , शिक्षिका प्राथमिक शाला पी.व्ही. 61 के सरस्वती मरकाम द्वारा माताओं को अंगना म शिक्षा के उद्देश्य, आवश्यकता, रूपरेखा एवं क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद मास्टर ट्रेनर दो द्वारा बारी-बारी से अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम के तहत माताओं द्वारा अपने आंगन में उपलब्ध सामग्रियों का इस्तेमाल कर किस तरह से बच्चों को शिक्षित किया जा सके एवं उन्हें शिक्षा के प्रति रुचि जागृत की जा सके पर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही ट्रेनरों द्वारा ये भी बताया गया कि बच्चों को चित्र, कविता, कहानी, खेल के माध्यम से शिक्षा सामग्रियों का वर्गीकरण, जोड़ना, घटाना, अंक कूद के बारे में बच्चों को कैसे बताया जाए कि बच्चे उसको आसानी से ग्रहण कर सकें।
वही इस मौके पर प्राथमिक शाला पी.व्ही. 63 के प्रधानपाठक रसमय विश्वास ने बताया कि अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम के तहत बच्चों को माताएं अपने घर के खुशनुमा माहौल में अपने आसपास उपलब्ध संसाधनों जैसे आलू, प्याज, टमाटर, विभिन्न सब्जियों, थाली, गिलास, चम्मच द्वारा सरलता से अक्षर ज्ञान, अंक ज्ञान, गिनती, जोड़ना, घटाना आदि गतिविधियों को समझा सकती है। इस तरह माताएं अंगना में शिक्षा कार्यक्रम से जुड़कर बच्चों के बौद्धिक एवं सर्वांगीण विकास में सहायक होंगे।
इस मौके पर प्राथमिक शाला पी.व्ही. 63 के शिक्षक शिवजी प्रसाद पांडे, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अलहदी ढाली सहित बड़ी संख्या में माताएं एवं बच्चें उपस्थित थे।

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