

बिलासपुर।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन में सकरी थाना पुलिस ने क्षेत्र में हुई चोरी की दो वारदातों का सफल खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने सकरी क्षेत्र की पॉश कॉलोनियों में घरों के ताले तोड़कर नकदी चोरी करने की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है।
मामले का विवरण
प्रार्थी साईं नेचर सिटी निवासी ने दिनांक 16 अप्रैल 2025 को थाना सकरी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात चोर ने उसके घर का ताला तोड़कर अलमारी से 15 हजार रुपये नकद चोरी कर लिए। इसी प्रकार सकरी बटालियन निवासी प्रार्थी शिवकुमार ने 21 नवंबर 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि नारायणी होम्स, संबलपुर में उसके मकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोर द्वारा 20 हजार रुपये नकद चोरी कर ली गई।
दोनों मामलों में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई। जांच के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि सकरी क्षेत्र का निगरानी बदमाश महेंद्र उर्फ मोनू प्रजापति अपने साथियों के साथ लगातार चोरी की घटनाओं में सक्रिय है।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना की तस्दीक के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेंद्र जायसवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन श्री निमितेश सिंह परिहार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सकरी निरीक्षक विजय चौधरी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
टीम ने निगरानी बदमाश मोनू प्रजापति को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपने साथी महेंद्र साहू के साथ मिलकर साईं नेचर सिटी सकरी एवं नारायणी होम्स संबलपुर में चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।
बरामदगी व आगे की कार्रवाई
आरोपियों की निशानदेही पर चोरी में प्रयुक्त लोहे की रॉड एवं चाकू को जप्त किया गया। दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर केंद्रीय जेल बिलासपुर भेज दिया गया है।
इनकी रही अहम भूमिका
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी सकरी निरीक्षक विजय चौधरी, एएसआई सुरेंद्र तिवारी, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीकांत कश्यप, मालती तिवारी, आरक्षक आशीष शर्मा, अफ़ाक़ खान, पवन बंजारे, सुमंत कश्यप एवं विनेंद्र कौशिक का सराहनीय योगदान रहा।
सकरी पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तत्काल पुलिस को दें, ताकि क्षेत्र में अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण कायम रखा जा सके।
