

शशि मिश्रा
जांजगीर-चांपा।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में कृषि विभाग में पदस्थ एक महिला कृषि विस्तार अधिकारी ने अपने ही विभाग के उप संचालक ललित मोहन भगत पर मानसिक प्रताड़ना और पद के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाया है। महिला अधिकारी ने कलेक्टर को शिकायत पत्र सौंपकर निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, अकलतरा विकासखंड में पदस्थ महिला आरईओ ने बताया कि उप संचालक द्वारा बार-बार उनका वेतन रोका गया और जब कारण पूछा तो उन्हें अपने शासकीय आवास में बुलाया गया। महिला अधिकारी ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत कृषि विभाग के डायरेक्टर और राज्य महिला आयोग से भी की थी, जिसके बाद प्रताड़ना और बढ़ा दी गई।
महिला अधिकारी का कहना है कि उनके पिता के निधन के बाद बीमार मां की देखभाल की जिम्मेदारी उन्हीं पर है। इसी वजह से उन्हें बलौदा से अकलतरा ब्लॉक में प्रतिनियुक्त किया गया था, लेकिन वर्तमान उप संचालक ने उनकी प्रतिनियुक्ति को गलत बताते हुए बलौदा लौटने का दबाव बनाया। विरोध करने पर उनका वेतन रोक दिया गया।
शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर जनमेजय महोबे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारी की शिकायत की जांच महिला अधिकारियों की टीम करेगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
महिला अधिकारी ने बताया कि उन्होंने संगठन से भी मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन संगठन के पदाधिकारियों ने हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया। अब उन्होंने अकेले ही विभागीय प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है।कलेक्टर ने कहा — मामला संवेदनशील है, निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, कार्रवाई तय है।
