

बिलासपुर।
तारबाहर थाना क्षेत्र में एक सिविल कांट्रैक्टर पर रसूखदार बाप-बेटे ने घर में घुसकर जानलेवा हमला कर दिया। आरोप है कि दोनों आर्बिट्रेशन में मिली रकम में हिस्सेदारी मांग रहे थे। मना करने पर उन्होंने कांट्रैक्टर को पीट-पीटकर घायल कर दिया। पूरी घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, विनोबा नगर स्थित निर्मला सदन निवासी बृजेश अग्रवाल रेलवे और अन्य विभागों में कार्य करने वाले सिविल कांट्रैक्टर हैं। उन्होंने 2016 में स्वयं की प्रोपराइटरशिप फर्म से रेलवे का एक टेंडर लिया था। हालांकि, 2019 में रेलवे ने यह काम निरस्त कर दिया, जिसके बाद बृजेश अग्रवाल ने न्यायालय का रुख किया।
मामला उनके पक्ष में आने पर 15 अक्टूबर को रेलवे ने संबंधित राशि उनके खाते में जमा कराई। इसी की जानकारी मिलने के बाद शैलेष अग्रवाल और उसका बेटा शिवम अग्रवाल उनसे रकम में हिस्सेदारी की मांग करने लगे।
बृजेश के मना करने पर शुक्रवार सुबह पिता-पुत्र उनके घर पहुंच गए और गाली-गलौज शुरू कर दी। जैसे ही बृजेश सीढ़ियों से नीचे उतरे, दोनों ने उन पर हमला कर दिया। झूमाझटकी के दौरान शिवम ने घर के बाहर रखी ईंट उठाकर बृजेश के सिर पर दे मारी। हमले में कांट्रैक्टर के सिर पर गंभीर चोट आई और पसलियां फ्रैक्चर हो गईं।
पीड़ित किसी तरह थाने पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई। बृजेश अग्रवाल ने बताया कि उक्त फर्म पूरी तरह उनकी है, किसी की हिस्सेदारी नहीं है। उन्होंने स्वयं टेंडर भरा था और केस भी अकेले लड़ा। ऐसे में आर्बिट्रेशन की रकम में किसी और का दावा गलत है।
पुलिस ने मामले में शैलेष और शिवम अग्रवाल के खिलाफ हमला व धमकी सहित अन्य धाराओं में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
