
आकाश मिश्रा

बिलासपुर | 14 दिन में डेढ़ गुना मुनाफा लौटाने का झांसा देकर शहर के 60 से अधिक लोगों से 2 करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को एफएमसीजी, रियल एस्टेट और थोक व्यापार से जुड़ा बताकर लोगों से भारी निवेश कराया और फिर फरार हो गया। मामला उजागर होने के बाद पीड़ितों ने एसएसपी और एएसपी से शिकायत की है।
अमेरी फ्लाईओवर ब्रिज के पास रहने वाले सचिन निगम ने खुद को कारोबारी बताते हुए लोगों से कहा कि वह एफएमसीजी और रियल एस्टेट के साथ थोक व्यापार में निवेश करवाता है। उसने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि सिर्फ 14 दिन में 10 हजार पर 14 हजार और 20 हजार पर 28 हजार रुपए लौटाएगा। शुरुआत में सचिन ने कुछ लोगों को वादे के मुताबिक रकम लौटाकर उनका विश्वास जीत लिया। इसके बाद निवेशकों ने लाखों रुपए तक का निवेश कर दिया।
धीरे-धीरे ठग ने करीब 2 करोड़ रुपए की रकम इकट्ठा कर ली। फिर 16 सितंबर को उसने अपना मकान खाली कर दिया और फरार हो गया। निवेशकों ने पहले अपने स्तर पर खोजबीन की, लेकिन जब कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने 20 सितंबर को पुलिस अधिकारियों से लिखित शिकायत की।
पुलिस की जांच में सामने आया कि सचिन निगम के खिलाफ मध्यप्रदेश के सतना जिले में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज है, जहां वह पहले सोडा व्यवसाय के नाम पर लोगों को ठग चुका है और पिछले पांच साल से फरार चल रहा है। कुछ लोगों ने बताया कि उसे हाल ही में मोपका क्षेत्र में देखा गया था, हालांकि पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।
इधर, कुछ निवेशक आरोपी के जल्द पकड़े जाने की उम्मीद में मंदिरों में अनुष्ठान तक करा रहे हैं।
अन्य ठगी के मामले भी आए सामने
मोटिवेशनल स्पीकर हीरानंद भगवानी ने भी 40 दिन में रुपए दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी की थी। वह निवेशकों को अपने चैनल से जोड़ने वालों को टीवी, फ्रीज जैसे महंगे उपहार देता था।
वहीं, कथित बाबा दीपक केलवानी ने सिंधी समाज के लोगों से ट्रेडिंग के नाम पर करीब 2 करोड़ रुपए की ठगी की। शुरुआत में कुछ लोग उसके समर्थन में आए, लेकिन बाद में समाज ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
पुलिस अब इन तीनों ठगी मामलों की जांच में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि निवेश के नाम पर मुनाफे का झांसा देने वाले ऐसे गिरोह आम लोगों को निशाना बना रहे हैं, इसलिए किसी भी निवेश से पहले कंपनी और व्यक्ति की साख की पूरी जांच जरूरी है।
