

बिलासपुर
जिला अस्पताल में पदस्थ रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर की – तेज रफ्तार बेकाबू कार ने शुक्रवार सुबह एक पत्रकार की जान ले ली। हादसा सिविल लाइन थाना क्षेत्र के वेयरहाउस चौक के पास हुआ। डॉक्टर ड्यूटी के लिए जा रहे थे, लेकिन जल्दबाजी में ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबने से उनकी कार अनियंत्रित हो गई। कार रास्ते में दो लोगों को टक्कर मारने के बाद ई बाइक से जा रहे पत्रकार उपेंद्र शुक्ला को चपेट में ले लिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई
दयालबंद नारियल कोठी निवासी उपेंद्र शुक्ला एक न्यूज चैनल में पदस्थ थे। शुक्रवार सुबह वे अपनी पड़ोसी आंचल यादव को संजीवनी अस्पताल छोड़ने के लिए ई बाइक सीजी 10 बीवी 7372 से निकले थे। लगभग सुबह 10 बजे वे वेयरहाउस चौक के पास आबकारी कार्यालय के सामने पहुंचे थे, तभी कार क्रमांक सीजी 04 एमटी 4004 सामने से अचानक तेज रफ्तार में वहां आई। कार चालक ने पहले दो राहगीरों को टक्कर मारी और फिर सीधे उपेंद्र की गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में उपेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल श्रीराम केयर अस्पताल ले जाया गया, जहां अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई। आंचल को कुछ नहीं हुआ।

हादसे के बाद अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़।
पिता-पत्नी की पहले ही मौत, बेटियां अनाथ
उपेंद्र के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। पत्नी नेहा को दो साल पहले हार्ट अटैक आया था, इससे वह भी चल बसी। उपेंद्र की तीन बेटियां हैं, उनमें से एक की पिछले महीने ही शादी हुई थी। दो बेटियां अब अनाथ हो गई हैं। बताया जा रहा है कि उपेंद्र ने हादसे से बचने की कोशिश की थी लेकिन तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया।
पुलिस ने एफआईआर में गाड़ी चालक लिखा
सिविल लाइन पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी पड़ोसी आंचल यादव की रिपोर्ट पर घटना की रिपोर्ट दर्ज की है। एफआईआर में पुलिस ने कार चला रहे रेडियोलॉजिस्ट डॉ. कन्हैया लाल उरांव को बचाने के लिए सीजी 04 एमटी 4004 के गाड़ी चालक लिखा है, जबकि मौके पर मौजूद लोगों ने कार डॉक्टर के द्वारा चलाने की बात बताई है।
बिलासपुर। शुक्रवार सुबह न्यू स्मार्ट रोड, वेयरहाउस के पास हुए दर्दनाक सड़क हादसे में पत्रकार उपेंद्र शुक्ला की असमय मृत्यु हो गई। वे स्कूटी से कहीं जा रहे थे, तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार वैगनआर कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में उनके साथ स्कूटी पर सवार आंचल भी घायल हो गईं। सिविल लाइन पुलिस के अनुसार, कार क्रमांक एक्यू 04 एमटी 4004 जिला अस्पताल में पदस्थ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. के. एल. उरांव चला रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उन्होंने ब्रेक की जगह गलती से एक्सीलेटर दबा दिया, जिससे वाहन पर से नियंत्रण हट गया और स्कूटी को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आंचल स्कूटी से गिर पड़ीं और उपेंद्र को गंभीर चोटें आईं। घटना के
डॉक्टर की लापरवाही पर नाराजगी
पत्रकार उपेंद्र शुक्ला की असमय मृत्यु से मीडिया जगत और शहरवासियों में शोक की लहर फैल गई है। पत्रकारों ने डॉक्टर की लापरवाही पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज व चश्मदीदों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पत्रकार और शहरवासी शामिल हुए।
बाद उपेंद्र शुक्ला को पहले संजीवनी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां भर्ती से इनकार किए जाने पर उन्हें श्रीराम केयर ले जाया गया, जहां रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। इधर, हादसे की सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है और आंचल यादव की शिकायत पर कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
