


बिलासपुर, छत्तीसगढ़:
श्री गोपाल कामधेनु गौ सेवा धाम समिति ने आज जिला कलेक्टर बिलासपुर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें संस्था की पाँच प्रमुख माँगों को शीघ्र पूरा करने की अपील की गई। समिति बीते 23 वर्षों से घायल एवं एक्सीडेंट की शिकार गौमाताओं की सेवा निःस्वार्थ भाव से कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें कोई सरकारी सहायता नहीं मिल पाई है।

ज्ञापन में समिति ने निम्नलिखित प्रमुख माँगें रखीं:
- गौसेवा हॉस्पिटल के लिए भूमि की माँग: समिति ने गौ माता की सेवा हेतु 5 एकड़ भूमि प्रदान करने की माँग की है। संस्था वर्षों से बिना किसी सरकारी अनुदान के सेवा कार्य कर रही है।
- मवेशी बाजारों को बंद करने की माँग: समिति ने कुठी घाट, तखतपुर एवं रतनपुर के मवेशी बाजारों को तत्काल प्रभाव से बंद करने की माँग की। उनका आरोप है कि इन बाजारों में गौ तस्करी खुलेआम हो रही है और यह इसके बड़े केंद्र बन चुके हैं।
- पशु चिकित्सालय के डॉक्टर पर कार्रवाई: जिला पशु चिकित्सालय के डॉक्टर राम ओतलवार पर गौसेवकों और विभाग के कर्मियों से अभद्रता का आरोप लगाते हुए उनके निलंबन की माँग की गई है। साथ ही एक सर्जन की नियुक्ति की भी माँग की गई है, क्योंकि वर्तमान में अस्पताल में कोई सर्जन नहीं है।
- सरकारी डॉक्टर की सुबह सेवाएँ उपलब्ध कराने की माँग: घायल गौवंशों के बेहतर उपचार के लिए समिति ने सुबह कम से कम दो घंटे के लिए सरकारी डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित करने की माँग की है।
- गौवंश परिवहन हेतु एम्बुलेंस की माँग: घायल गौमाताओं को अस्पताल लाने के लिए संस्था के पास कोई उपयुक्त साधन नहीं है। अतः एक एम्बुलेंस की माँग की गई है।

समिति ने चेतावनी दी है कि यदि एक माह के भीतर इन माँगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो सभी गौसेवक मस्तूरी से बिलासपुर तक तीन दिवसीय दण्डवत पदयात्रा निकालेंगे, और उसके बाद धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन के माध्यम से समिति ने प्रशासन से अपील की है कि इन जनहित से जुड़ी माँगों पर गंभीरता से विचार कर शीघ्र समाधान किया जाए।
