यूनुस मेमन
रतनपुर की पहचान मां महामाया के कारण ही हिंदू धार्मिक नगरी के रूप में है लेकिन अब इस क्षेत्र में भी धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है। खासकर भोले भाले आदिवासियों को बरगला कर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है।
दरअसल रतनपुर के बंगला भाटा गांव में क्रिश्चियन समुदाय द्वारा सरकारी जमीन पर आदिवासियों के लिए प्रार्थना घर के नाम पर चर्च का निर्माण कर दिया गया है। मंगलवार सुबह इस कथित प्रार्थना सभा घर का समर्पण यानी उद्घाटन कार्यक्रम था , जिसमें विशप डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ के सुषमा कुमार के साथ ही कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव भी शामिल होने वाले थे।
इधर हिंदू संगठनों को इसकी भनक लग गई जिसके बाद हिंदूवादी नेता और कोटा के छाया विधायक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में अलग-अलग हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओ ने चर्च की ओर कूच किया। पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोकने का भरसक प्रयास किया लेकिन प्रबल प्रताप सिंह के नेतृत्व में हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता उस कथित चर्च के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने पर अड़े रहे।
प्रदेश में लगातार धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं । इधर स्व दिलीप सिंह जूदेव के बाद उनके पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी धर्मांतरित लोगों की लगातार घर वापसी करा रहे हैं। इसलिए उन्हें जब इस बात की भनक लगी तो वे तुरंत रतनपुर पहुंच गए। सनातन प्रहरी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने स्पष्ट कहा कि मां महामाया की नगरी को धर्मांतरण की नगरी नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने इस साजिश का पर्दाफाश करने की बात कही। केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार होने के बावजूद राज्य की पुलिस ने भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को भी बंगला भाटा जाने से रोकने का पूरा प्रयास किया लेकिन मौके पर पहुंच कर प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने घटनास्थल पर उपस्थित एसडीएम और अन्य अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि दो दिनों के भीतर चर्च की जांच कर असलियत सामने लाया जाए और दोषियों पर तत्काल कार्रवाई हो, अन्यथा हिंदू समाज खुद इस विषय पर संज्ञान लेगा ।
बताया जा रहा है कि भोले भाले आदिवासियों को बरगलाने के लिए सामुदायिक भवन को ही चर्च बना दिया गया और प्रार्थना सभा के नाम पर उनका ईसाई धर्म में मतांतरण करने की साजिश की जा रही है। इसके विरोध में भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के साथ विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ,धर्म जागरण मंच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत अनेक हिंदू संगठन के सैनिक उपस्थित रहे। जिसके चलते आयोजको ने उद्घाटन कार्यक्रम को ही रद्द कर दिया।
इधर प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि अब जाहिर है इस साजिश के बाद गांव में गिनती के ही हिंदू बच गए होंगे लेकिन उन्होंने उनसे बात कर सच्चाई जानने का प्रयास किया और बताया कि प्रदेश में कांग्रेस की मिली भगत के साथ धर्मांतरण की गहरी साजिश रची जा रही है। इस धर्मांतरण की साजिश में स्थानीय कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव भी शामिल होने वाले थे इसलिए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का धर्मांतरण को मौन समर्थन है।