दुनिया में कई बीमारी ऐसी है जो अपने आप में अनोखी और लाइलाज है इसी में से एक है स्लीपिंग वॉकिंग। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति नींद में असामान्य गतिविधि करता है और कई बार तो चलने भी लगता है। मसनगंज क्षेत्र में रीता ड्राई क्लीनर के संचालक के परिवार में 15- 16 साल का चंदन सिंह उर्फ छोटा भी इसी बीमारी से ग्रसित था। चंदन सिंह बेहद धार्मिक और सामाजिक प्रवृत्ति का था। इतनी कम उम्र में हर धार्मिक और सामाजिक कार्यों में वह बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता। खासकर धार्मिक आयोजनों में उसकी सहभागिता हर तरफ सराही जाती। चैत्र नवरात्र पर भी उसने 9 दोनों का व्रत किया। महा सप्तमी पर चंदन सिंह पदयात्रा करते हुए रतनपुर मां महामाया के दर्शन के लिए गया। चंदन द्वारा निर्मित अद्भुत दुर्गा प्रतिमा की पूजा क्षेत्र में होती रही है ।चंदन सब का लाडला और दुलारा था। मंगलवार रात करीब 1:30 बजे तक उसने हनुमान जी का भोग भंडारा वितरण किया, जिसके बाद वह अपने घर पर सो रहा था। बताया जा रहा है कि रात में वह नींद में चलने लगा और उसकी गतिविधि ऐसी थी मानो वह पतंग उड़ा रहा हो। इसी दौरान वह अपना संतुलन नहीं बना पाया और छत से सीधे नीचे गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर परिजनों और आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। जिसके पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस होनहार और सब के प्रति स्नेह रखने वाले युवा के असमय काल कवलित हो जाने पर सभी लोग बेहद दुखी हैं।
जिस दिन चंदन सिंह की मौत हुई वह दिन रामनवमी का है और कहते हैं की राम जी ने जिसमें जितनी चाबी भरी है वह खिलौना उतना ही चलता है। शायद चंदन सिंह के हिस्से इतने ही दिन थे। चंदन जब तक जिया, एक ऐसे इंसान की जिंदगी जिया जिसके चले जाने पर अपने- पराए, हिंदू- मुस्लिम सब मातम मना रहे हैं । किसी ने सच कहा कि जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए और चंदन सिंह ने सचमुच एक बड़ी जिंदगी की है। काश कि वह लंबी जिंदगी भी जीता।