
यूनुस मेमन

कोटा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भले ही यह चुनाव हार गए हों, लेकिन उन्होंने क्षेत्र की जनता का दिल जीत लिया। इस दावे पर मोहर लगाते हुए क्षेत्र की जनता ने अपने नेता के स्वागत में विजय जुलूस निकाला।
इस जुलूस को देखकर 1989 उपचुनाव की यादें ताजा हो गई जब प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के पिता स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के खिलाफ खरसिया से ऐतिहासिक उपचुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें भी भले ही पराजय का सामना करना पड़ा था लेकिन क्षेत्र की जनता ने उनके संघर्ष को उनकी जीत बताते हुए उनका विजय जुलूस निकाला था। उसी घटना को दोहराते हुए मंगलवार को कोटा विधानसभा क्षेत्र के रतनपुर महामाया चौक में हजारों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने प्रबल प्रताप सिंह का फूल माला और आतिशबाजी से स्वागत किया।

जिसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ प्रबल प्रताप सिंह जूदेव पदयात्रा करते हुए रतनपुर महामाया मंदिर पहुंचे, जहां देवी दर्शन और आराधना के बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ आत्मीय मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने दोहराया कि भले ही वे चुनाव हार गए हो लेकिन क्षेत्र की जनता का उन्हें जिस प्रकार से अभूतपूर्व समर्थन मिला, वह यह ऋण कभी चुका नहीं पाएंगे । कोटा में आज तक भारतीय जनता पार्टी के किसी प्रत्याशी ने 45,000 से अधिक वोट नहीं पाए थे जबकि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 65,000 से अधिक वोट पाकर यह सिद्ध किया कि वे किस कद के नेता है ।
कोटा हमेशा से ही भाजपा के लिए चुनौती रहा है, लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रबल प्रताप सिंह जूदेव चुनौती साबित हुए। पराजय के बाद भी उन्होंने क्षेत्र की जनता को आश्वस्त किया कि वे क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में साथ हमेशा खड़े रहेंगे। क्षेत्र में बढ़ते अपराध और धार्मिक कट्टरवाद का भी सामना क्षेत्र की जनता के साथ मिलकर करने की बात उन्होंने कही। साथ ही उन्होंने ऐसे असामाजिक तत्वों को भी चेतावनी दी जो क्षेत्र में धर्मांतरण, कट्टरवाद जैसा जहर घोल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे लगातार घर वापसी अभियान चलाते रहेंगे। उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया कि इस पराजय के बावजूद वे कोटा क्षेत्र और कोटा की जनता को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले।
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं में भी जोश भरते हुए कहा कि प्रदेश में 5 साल बाद भाजपा सरकार की वापसी हुई है। केंद्र और राज्य सरकार की एक-एक योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना हर भाजपा कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में भी इसी सफलता को दोहराने का आह्वान किया।

रतनपुर के अलावा खैरा,बारीडीह, छतौना, केंदा, कारीआम में भी सैकड़ो की संख्या में उनके समर्थकों और जनता ने उनका स्वागत फूल माला और आतिशबाजी के साथ किया। इस अवसर पर कई स्थानों पर उन्हें रक्त तिलक भी लगाया गया।
जीतने वाले प्रत्याशी का ऐसा स्वागत तो आम है लेकिन चुनाव हारने के बाद भी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव का जिस तरह से क्षेत्र की जनता ने स्वागत किया, वैसे नजारे यदाकदा ही दिखाई पड़ते हैं।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम रात्रे नगर पालिका उपाध्यक्ष कन्हैया यादव,दुर्गा कश्यप, लव कुश कश्यप,रोहिणी बेशवाड़े ,संतोष तिवारी, अजय महावर, रविंद्र दुबे, सुनील जायसवाल, एवं भारी संख्या में रतनपुर भाजपा मंडल एवं कोटा विधानसभा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
