किस्मत तेज हो तो खोया हुआ पैसा भी वापस मिल जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ भाटापारा में राइस मिल कारोबारी चंद्रभान गंगवानी के साथ। 28 नवंबर की रात भाटापारा के खोकली मोड़ के पास उनका रूपयों से भरा बैग गिर गया था। बैग में 13 लाख 30 हजार रुपये थे। जब चंद्रभान गंगवानी को इसकी जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई । उन्होंने तुरंत थाने पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किये तो पता चला कि गरिया में रहने वाला बुजुर्ग पेशे से किसान रुनु साहू वह बैग ले गया है।
दरअसल रुनु साहू बीमार था जो अपने इलाज के लिए अस्पताल गया था। लौटते समय उसे रास्ते में उसे यह बैग मिला। घर पहुंच कर उसने यह बैग एक तरफ रख दिया। रुनु साहू ने सोचा था कि जब वापस अस्पताल जाऊंगा तो रुपयों से भरा यह बैग पुलिस के हवाले कर दूंगा लेकिन इससे पहले ही पुलिस उन तक पहुंच गई। बीमार रुनु साहू ने तो गिना भी नहीं था कि बैग में कितने रुपए हैं । बैग में पूरे रुपए सुरक्षित थे जिसे पुलिस ने हासिल कर चंद्रभान गंगवानी को सौंप दिया। अपने खोए हुए 13.30 लाख रुपए वापस मिलने से प्रसन्न चंद्रभान गंगवानी ने किसान की ईमानदारी की तारीफ करते हुए उन्हें उपहार में कुछ रुपये दिए हैं।
भाटापारा में हर तरफ यह खबर चर्चा में है ।जिस जमाने में लोग पैसों की खातिर अपनों का खून बहाने से भी गुरेज नहीं करते, उस जमाने में बुजुर्ग किसान की ईमानदारी 13 लाख रुपए से भी नहीं डोली । इस मामले में चंद्रभान गंगवानी ने भाटापारा पुलिस, खासकर एसडीओपी आशीष अरोरा की जमकर तारीफ की है, जिनके प्रयास से ही उन्हें खोई हुई रकम वापस मिली। पुलिस ने भी रुनु साहू को पुष्प हार पहनकर उनकी ईमानदारी के लिए उनकी सराहना की है।