ग्रामों से निकली प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती, पर मार्गदर्शन के अभाव में दसवीं व बारहवीं की पढ़ाई के बाद लक्ष्य निर्धारित नहीं कर पाते बच्चे, जिससे हताश हो जाते हैं,और जो सपने कभी आसमान को छूने वाले थे, अब कुंठित हो चले होते हैं।
सामाजिक संस्था विश्वाधारम के संस्थापक श्री चंद्रकांत साहू ने उन प्रतिभाशाली बच्चों के सपने साकार करने के उद्देश्य से “आपके सपनों की राह” नामक मुहिम चलाकर जगह-जगह दसवीं एवं बारहवीं कक्षाओं के अध्यनरत बच्चों के बीच पहुंचकर उनके सपनों के पंख को हौसला दे रहे हैं। प्रतिभा प्रलाप नहीं करती प्रयास करती है और प्रतिष्ठा अर्जित करती है, आपको एक बात तय करने होंगे,जंगल में जिराफ हाथी चीता ऊंट जैसे जानवर होने के बावजूद शेर राजा होता है, क्योंकि उनमें आत्मविश्वास होता है। हमेशा मन की मानोगे तो जिंदगी के सुरताल बिगड़ जाएंगे, विद्यार्थी जीवन साधना के लिए है, इसे साध लो तो जीवन का संगीत बहुत मधुर हो जाएगा।
उक्त बातें आज हायर सेकेंडरी स्कूल पोड़ी-लाफा के बच्चों के बीच पहुंचकर श्री चंद्रकांत साहू संस्थापक विश्वाधारम ने बच्चों के हौसले को पंख देते हुए ऊर्जा से भर दिया,उपस्थित बच्चों के हुजूम से भी बीच-बीच में कैरियर को लेकर कई सवाल पूछे गए,और अपनी जिज्ञासा शांत की।एक समय ऐसा भी आया की तालियां रुकने का नाम नहीं ले रही थी।ऐसे कार्यक्रम बहुत समय के बाद पहली बार हो रहा था।ज्ञातब्य हो की विश्वाधारम संस्था सामाजिक सेवा के क्षेत्र में सक्रिय है। उसके साथ ही ग्रामीण अंचलों के बच्चे जिनके पास विषय की चिंतन मनन करने के लिए मार्गदर्शन नहीं होता,ऐसे बच्चे प्रतिभावान होते हुए भी आगे नहीं बढ़ पाते। उनके प्रतिभाओं को एक मंजिल तक पहुंचाने एवं सुनहरा भविष्य निर्मित करने के लिए मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसे आपके सपनों की राह नमक मुहिम के साथ चलाया जा रहा है इस अवसर पर पोंडी लाफा के शिक्षक स्टाफ तथा विशेष रूप से श्री मरावी जी का योगदान काबिले तारीफ रहा।