


छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 70 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं ।सुबह 7:00 से धीमी गति से मतदान शुरुआत हुई । प्रदेश में अब तक 5.71% मतदान की खबर है। सर्वाधिक वोटिंग गरियाबंद में 10.50 प्रतिशत और सबसे कम सक्ति में 2.69 प्रतिशत दर्ज की गई है।
बिलासपुर विधानसभा में 6%, मस्तूरी में 4 प्रतिशत, कोटा में 4 प्रतिशत, तखतपुर में 4.5%, बिल्हा में 3.5% और बेलतरा में 4.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस बीच कई स्थानों पर ईवीएम मशीन के खराब होने की भी सूचना मिली है।


चुनाव का ग्रामीण कर रहे बहिष्कार

बिलासपुर के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया है। मस्तूरी विधानसभा के मानिकपुर , धूमा पंचायत के मतदान क्रमांक 143, 144 और 146 में मतदान करने कोई ग्रामीण नहीं पहुंचा। यहां लोग सड़क, नाली, पानी जैसी समस्याओं को लेकर विरोध कर रहे हैं ।मतदाताओं को मनाने प्रशासन की टीम पहुंची है, जो रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगा रहे हैं। बिलासपुर के अलावा रायपुर जिले में सुबह 9:00 बजे तक 6.54%, दुर्ग में 5.49 प्रतिशत, रायगढ़ में 5.3%, सरगुजा में 5.56% और सक्ति में 2.69% वोटिंग हुई है ।

चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोट डाले जा रहे हैं ।कई स्थानों पर बुजुर्ग और विकलांग मतदाता भी पूरे उत्साह के साथ मतदान करते दिखे, जिनके लिए मतदान केदो में विशेष व्यवस्था की गई है। ऐसे मतदाताओं को प्राथमिकता के तौर पर पहले मतदान करने दिया जा रहा है। मतदान की सुबह भले ही धीमी शुरुआत हुई लेकिन 11:00 बजे के बाद से लगभग सभी मतदान केदो में लंबी-लंबी कतारे नजर आने लगी है। इस बारे पुरुषों के साथ महिलाओं में भी मतदान को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है।

उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष मतदान का प्रतिशत 2018 से अधिक रहेगा, जिसके लिए प्रशासनिक प्रयास की भी सराहना हो रही है। इधर बिलासपुर के बेलतरा विधानसभा के सेमरताल बूथ पर ईवीएम खराब होने की खबर है , जिसके कारण करीब घंटे भर मतदाता परेशान हुए और कुछ लोग बिना वोट डाले भी लौट गए । बिलासपुर में भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव समेत कई दिग्गजों ने भी मतदान किया है , जिन्होंने सभी मतदाताओं से बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व पर मतदान की अपील की है।

