पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों और उनके परिजनों के लिए बिलासपुर अपोलो द्वारा हृदय रोग से बचाव को लेकर आयोजित कार्यक्रम में डॉ अनुज ने दिए महत्वपूर्ण टिप्स, मंच के लिए विशेष पैकेज का भी ऐलान

स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में अपनी विशिष्टता के लिए प्रसिद्ध बिलासपुर अपोलो अलग-अलग समाज और संगठनों के साथ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करता रहा है , साथ ही संस्था द्वारा स्वास्थ्य गत सेवाओं के क्षेत्र में सामाजिक संगठनों को विशेष रियायत भी दी जा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को बिलासपुर अपोलो ऑडिटोरियम में पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों, पदाधिकारियों और उनके पूरे परिवार के लिए अपोलो अस्पताल बिलासपुर द्वारा ह्रदय रोग से बचाव एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अपोलो अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ अनुज कुमार ने वर्तमान समय में बढ़ते हृदय रोग को लेकर चिंता जाहिर की और इसके कारणों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि बदली हुई जीवन शैली की वजह से अब बेहद कम उम्र में ही लोग हृदय रोग से ग्रसित हो रहे हैं। 25 और 30 साल के युवाओं की बाईपास सर्जरी अब सामान्य बात बन चुकी है। गंभीर हृदय रोग को लेकर उम्र का बंधन लगभग समाप्त हो चुका है। इसके पीछे उन्हीने जहां एक ओर कोरोना आफ्टर इफेक्ट को जिम्मेदार ठहराया तो वहीं कहा कि लोगों की बदली हुई जीवनशैली भी कम दोषी नहीं है। खानपान की गलत आदतें, व्यायाम से जी चुराना और नियमित जांच के अभाव के चलते लोग हृदयाघात के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने इससे बचाव के लिए नियमित जांच पर जोर दिया। डॉ अनुज ने बताया कि इलाज से बचाव हमेशा बेहतर होता है और इसके लिए नियमित जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर बेहद लापरवाह होते है। अधिकांश लोगों को यह भ्रम होता है कि उन्हें हृदय संबंधी बीमारी हो ही नहीं सकती। हृदय रोग के लक्षणों को भी वे गैस , थकान जैसे बहाने से नजरअंदाज करते हैं, फल स्वरूप अचानक हृदयाघात से होने वाले मौत के आंकड़े भयावह स्तर तक बढ़ गए हैं । डॉ अनुज ने कहा कि हमेशा जरूरी नहीं है कि हृदय रोग के लक्षण अनुभव हो ही। कई बार यह साइलेंट किलर भी सिद्ध होता है। इसका पता केवल नियमित जांच से ही संभव है।

इस अवसर पर उपस्थित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुशील कुमार ने भी अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस तरह से सक्षम और पढ़े लिखे लोग भी हृदय संबंधी बीमारियों को लेकर लापरवाह होते हैं। जानकारी के अभाव में भी कई बार स्थिति जानलेवा बन जाती है।
अपोलो के डॉ दिवाकर ने अपने संबोधन में जीवनशैली में सुधार पर जोर दिया ।नियमित व्यायाम, योग और खानपान की आदतों में सुधार के साथ उन्होंने बिना लक्षण के भी नियमित जांच कराने की बात कही।
इस अवसर पर अपोलो बिलासपुर के ऑपरेशन हेड अजय जाडे ने बताया कि अपोलो और पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के बीच हुए समझौते के तहत अब पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों और उनके परिजनों को भी बिलासपुर अपोलो में जांच एवं इलाज में विशेष सेवा और छूट प्रदान की जाएगी। बिलासपुर में पहले से ही करीब दर्जन भर अन्य समाज इस तरह की सुविधा अपोलो से प्राप्त कर रहे हैं, जिसमें अब पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच का भी नाम जुड़ गया है।


अपोलो में कराए जाने वाले जांच और ओपीडी एवं आईपीडी इलाज में विशेष छूट के साथ सेवा में प्राथमिकता भी बिलासपुर अपोलो द्वारा प्रदान की जाएगी। अजय जाडे ने प्रीवेंटिव हेल्थ चेक अप को कारगर बताते हुए उदाहरण देकर समझाया कि जिस तरह हर वर्ष घर का रंग रोगन आवश्यक होता है , उसी भांति बिना लक्षण के भी साल में कम से कम एक बार नियमित जांच प्रत्येक व्यक्ति को कराना चाहिए। 52 तरह की जांच अपोलो में केवल ₹5500 के पैकेज में उपलब्ध होने की उन्होंने जानकारी दी, जिसमें भी पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच को कॉरपोरेट डिस्काउंट के तहत विशेष रियायत दी जाएगी। इसके अलावा इमरजेंसी सेवाओं के लिए प्रदान किए गए नंबरों पर पूर्व में सूचना देने पर मरीज को अटेंड करने अपोलो के मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ पहले से तैनात रहेंगे।


पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र दास, सचिव सुधीर झा और अन्य पदाधिकारियों की पहल पर बिलासपुर अपोलो के साथ हुए इस समझौते को क्रांतिकारी कदम बताते हुए समिति के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र दास ने कहा कि उम्मीद की जानी चाहिए कि इससे समाज के लोगों को बिलासपुर अपोलो में उच्च स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं विशेष रियायती दरों पर अबसे उपलब्ध होगी, जिससे समाज के लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक जागरूक होंगे और उनकी स्वास्थ्यगत समस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी निराकरण संभव हो पाएगा। उन्होंने समाज के लोगों को भी प्रेरित करते हुए अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर नियमित जांच कराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जांच से किसी रोग की जानकारी पहले से हो सकती है और उससे सफल और त्वरित इलाज संभव हो पाएगा, जो कम खर्चीला भी रहेगा। पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों को यह सुविधा देने के लिए उन्होंने बिलासपुर अपोलो परिवार के प्रति आभार जताया।


इस अवसर पर पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र दास, सचिव सुधीर झा, नरेंद्र दास, धनंजय झा, दिलीप चौधरी, डॉक्टर कुमुद रंजन, रुपेश कुशवाहा, अमित झा, राम गोस्वामी, संतोष मिश्रा, राजकिशोर श्रीवास, वीरेंद्र श्रीवास, दीनबंधु सेन, अरविंद सिंह, आशीष, केशव, चंदन , अंशु आदि के साथ बिलासपुर अपोलो के चिकित्सक और ऑपरेशन स्टाफ मौजूद रहे।

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