

आलोक मित्तल

राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किए जाने पर पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी प्रदेश के कई कार्यक्रम स्थगित कर दिल्ली रवाना हो गए हैं, जिन्होंने दिल्ली जाने से पहले स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर सड़क और कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को ओबीसी का अपमान बताया, सीएम ने इसे खारिज करते हुए भाजपा पर ही हमले कर दिए। देश के कांग्रेस और विपक्ष शासित राज्यों में इस मुद्दे को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को बिलासपुर में भी कई जगह विरोध प्रदर्शन किये गए।

युंका प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष मोनू अवस्थी के नेतृत्व में दर्रीघाट में भी कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया। यहां प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर रखकर आग लगा दी। केंद्र सरकार और मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई, तो वही दावा किया गया कि मोदी की सरकार राहुल गांधी से डर गई है।
हालांकि पूरी कार्यवाही विधि सम्मत हुई है। राहुल गांधी ने जो बयान दिया था उसका वीडियो सार्वजनिक है। मानहानि के मामले में सूरत कोर्ट ने उन्हें अधिकतम सजा सुनाई है, जिस पर उन्हें अपील करने के लिए 30 दिन का वक्त भी दिया गया है ।राहुल गांधी अकेले ऐसे व्यक्ति भी नहीं है जिन्हें 2 साल की सजा होने पर उनकी सदस्यता रद्द की गई हो, इससे पहले लालू यादव से लेकर आज़म खान भी इस दौर से गुजरे हैं। कांग्रेस इस अदालती फैसले को मोदी सरकार का फैसला बता रही है तो वहीं भाजपा का आरोप है कि कांग्रेसी अपने आलाकमान को संविधान से ऊपर मानते हैं, इसीलिए अदालत के फैसले की धज्जियां उड़ाई जा रही है ।छत्तीसगढ़ भी कांग्रेस शासित राज्य होने से यहां इस मामले में अधिक विरोध प्रदर्शन नज़र आ रहा है।
