

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों का प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदे जाने के फैसले को भाजपा ने झूठ का पुलिंदा बताया है। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू का कहना है कि किसानों को इसे लेकर बड़ी अपेक्षा थी लेकिन मुख्यमंत्री किसानों के हाथ झुनझुना थमा रहे हैं। यह फैसला किसी भी सूरत में व्यवहारिक नहीं है। उनका कहना है कि सरकार ने सरासर किसान भाइयों को गुमराह करने तथा पुनः झूठ बोलने का कार्य किया है । छत्तीसगढ़ कॉंग्रेस भूपेश बघेल सरकार ने पहले भी किसानों का एक एक दाना धान खरीदने का वादा किया था जो अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में नही किया। अब सरकार के कार्यकाल के अल्प समय ही बचा हुआ है और उसने पुनः झूठ बोलते हुए घोषणा किया है कि हम 20 क्यूंटल धान खरीदी करेंगें। यह सत्र तो निकल चुका है। नया सत्र धान खरीदी का जो समय है वह नवम्बर दिसम्बर में है, जिस समय विधानसभा चुनाव चलता रहेगा और आचार संहिता लागू रहेगी। फिर इस घोषणा का मतलब ही क्या होगा ?
अगर इस सरकार की मानसिकता किसानों के हित मे होती तो 2018-19 से ही 20 क्विंटल धान खरीदी करती। पर ऎसा नही किया। किसानों को गुमराह और झूठ बोलकर सत्ता हथियाने का कार्य पहले भी इस सरकार ने किया है और फिर उसी मानसिकता में है नये सत्र के आते आते प्रदेश में नई सरकार बन चुकी होगी । यह सरकार सिर्फ किसानों को ठगने का काम कर रही है। इस मुद्दे पर किसान मोर्चा के पदाधिकारी लगातार खेत- खलियान में जाकर किसानों के साथ बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। इसी क्रम में मीडिया प्रभारी स्मृति जैन ने भी किसानों के साथ चर्चा की। किसानों ने उन्हें स्पष्ट कहा कि राज्य सरकार से उन्हें बड़ी अपेक्षाएं थी। उन्हें लग रहा था कि सरकार प्रति एकड़ 25 क्विंटल धान खरीदी करेगी, लेकिन 4 साल तक सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं किया। अब जाते समय सब्जबाग दिखाया जा रहा है, जिसे लागू भी किया जा सकेगा या नहीं या किसी को नहीं पता।
