

शुक्रवार को उसलापुर ओवर ब्रिज के नीचे शाम करीब 4:00 बजे एक महिला ट्रेन के सामने कूद गई ।एक पल में उसके जिस्म के दो टुकड़े हो गए। लोगों को जब इस खुदकुशी के पीछे की वजह का पता चला तो उनकी भी चीख निकल गई।
एक माँ के लिए उसके संतान से अधिक प्यारा कुछ नहीं हो सकता, लेकिन अगर यही संतान तिल तिल कर उसकी ही आंखों के सामने मर रहा हो तो फिर एक मां पर क्या गुजरती है और वह किन भावनाओं के वशीभूत होकर किस तरह घातक फैसले ले सकती है, यह इस घटना से उजागर हुआ ।

कोतमा में रहने वाली सुष्मिता सिंह के पति आशीष सिंह एसएससीएल कर्मचारी है। उनका मासूम बच्चा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है, जिसका इलाज बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में जारी है। बच्चे की हालत बेहद नाजुक है और अब तो चिकित्सकों ने भी जवाब दे दिया है, लेकिन एक मां इस फैसले को बर्दाश्त नहीं कर पाई ।अपनी गोद उजड़ने की कल्पना मात्र से ही बदहवास हो चुकी सुष्मिता सिंह ने शुक्रवार को दिल दहला देने वाला निर्णय लिया। शाम को वो उसलापुर ओवर ब्रिज के नीचे पहुंच गई और जैसे ही सामने से ट्रेन गुजरी , उसने ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। मौके पर रेलवे पुलिस और सकरी पुलिस पहुंची जिन्होंने मर्ग पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा । जिसने भी यह दुखद खबर सुनी, उसकी आंखें नम हो गई।

