
यूनुस मेमन

रतनपुर–सिद्ध शक्ति पीठ श्री महामाया मंदिर रतनपुर में चैत्र बासंती नवरात्रि महोत्सव पर महामाया देवी के दर्शन करने देश के कोने कोने से श्रद्धालु रतनपुर पहुच रहे है इस आनुष्ठानिक महोत्सव के लिए पूरा मंदिर परिसर सज धज कर तैयार है नवरात्रि पर्व के लिए प्रबंधन द्वारा समस्त तैयारियां पूरी कर ली गई है। 22 मार्च से 30मार्च तक अनवरत चलने वाले इस आनुष्ठानिक पर्व के मद्देनजर महामाया मंदिर को भब्य एवं आकर्षक ढंग से बिजली के झालरों एवं बंदनवारों से सजाया गया है इस बार यहां 20 हजार श्रद्धालुओं के मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किये गए है । रतनपुर को मां महामाया की नगरी के नाम से भी जाना जाता है , जो बिलासपुर जिला मुख्यालय से पच्चीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित छत्तीसगढ़ की अति प्राचीनतम राजधानी चतुर्युगी नगरी रतनपुर मे स्थित है, जहां जगत प्रसिद्ध मां महामाया देवी का मन्दिर स्थित है, जहाँ महामाया अपने त्रिविध रूपों में महालक्ष्मी, महासरस्वती व महाकाली के रूप में अनंत काल से विराजमान हैं। जिसके दर्शन मात्र से ही समस्त दुख संताप व दोषों का शमन हो जाता है

रतनपुर के महामाया देवी मंदिर में इस वर्ष चैत्र वासंती नवरात्रि का अनुष्ठानिक महोत्सव आज से प्रारम्भ हो गया है। जहाँ इस नवरात्रि पर्व में 22 मार्च से 30 मार्च तक भक्ति रस की गंगा उफान पर रहेगी और दूर-दूर से भक्तों का आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है, आज नवरात्र के प्रथम दिवस इस धार्मिक अनुष्ठान में सबसे पहले मंदिर परिषर में धूप परिक्रमा की गई फिर माँ महामाया की द्वार पूजा और फिर मातारानी का आह्वान किया गया, इसके पश्यात घट स्थापना के बाद माँ महामाया की दिव्य आरती की गई झा सैकड़ो की तादात में भक्तगण उपस्थित रहे। आरती के बाद इस धार्मिक अनुष्ठानिक महोत्सव में विभिन्न ज्योतिकलश कक्षो में भक्त्तों की मनोकामना ज्योतिकलश प्रज्जवलीत की गई , जिससे झिलमिलाती आस्था के दीपमालाओं की रश्मियों के सात्विक आभा से सुसज्जित माता रानी का दरबार देखते ही देखते जगमगा उठा, इस दैदिव्यमान ज्योति कलश के मन को मोह लेने वाला नयनाभिराम अलौकिक दृश्य के दर्शन मात्र से ही सारा संताप दूर हो जाते है ऐसा भक्तों की आस्था है ।

रतनपुर धाम की माँ महामाया, जिसकी कीर्ति संपूर्ण भारत के अलावा देश विदेश के कोने-कोने तक फैल चुकी है , तथा इसकी यशगाथा दिनोदिन उत्तरोत्तर बढ़ते ही जा रही है। जिसमें नवरात्रि पर्व के दौरान रतनपुर एक नगर न होकर महानगर में तब्दील हो जाता है, जहां भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है।
रतनपुर के महामाया देवी मंदिर के निर्माण रतनपुर को अपनी राज्य राजधानी बनाने वाले प्रथम कलचुरी नरेश रत्न देव प्रथम ने 11वीं शताब्दी में कराया था मंदिर निर्माण के संबंध में प्रचलित किवदंती के अनुसार तुमान खोल के राजा रत्नदेव प्रथम, ईसवी सन 1045 के लगभग रतनपुर के आसपास शिकार खेलने आए थे जहां रात्रि विश्राम उन्होंने एक विशाल वटवृक्ष पर किया, बताया जाता है कि अर्धरात्रि के समय जब राजा की आंख खुली तब उन्होंने वट वृक्ष के नीचे दिव्य अलौकिक प्रकाश दिखा साथ ही वे यह देखकर अचंभित रह गए कि वहां पर आदिशक्ति श्री महामाया देवी की सभा लगी हुई है, और इस अलौकिक दृश्य को देखकर राजा अपनी चेतना को बैठे तथा सुबह होने पर जब उनकी चेतना वापस लौटी तो राजा पुलकित ह्रदय से अपनी राजधानी लौट गए तथा रतनपुर को पावन भूमि मानकर यहीं पर अपनी राजधानी बनाने का निश्चय किया, किंतु कुछ ऐतिहासिक ग्रंथों में यह उल्लेख मिलता है कि राजा रत्नदेव ने 1050 के लगभग रतनपुर को अपनी राजधानी बनाया था तथा भगवती मां महामाया देवी के भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था, जिसकी ख्याति आज पूरे विश्व भर के कोने-कोने तक फैल चुकी है,
जहां चैत्र नवरात्रि के दौरान देश-विदेश के श्रद्धालु द्वारा हजारों की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करवाया जाता है जिसकी संख्या में दिन प्रतिदिन उत्तरोत्तर वृद्धि होते जा रही है जो मां जगदंबा के प्रति लोगों की बढ़ती आस्था व विश्वास का प्रमाण है, रतनपुर संभवत प्रथम ऐसा स्थान है जहां इतनी अधिक ज्योति कलश एक साथ प्रज्वलित किए जाते हैं जिनके दर्शन मात्र से ही सारे रोग, दोष, व संताप भस्म हो जाते हैं।
भैरव बाबा मंदिर मे भी जलेंगें आस्था के दीप !

रतनपुर के तंत्र अधिष्ठाता श्री भैरव बाबा मंदिर में भी नवरात्रि के दौरान आस्था के दीप प्रज्वलित किए गए है भैरव मंदिर के पुजारी एवं प्रबंधक पं.जागेश्वर अवस्थी ने उक्ताशय की जानकारी देते बताया कि नवरात्र के दौरान पूरे नौ दिनों तक मंदिर परिसर मे भक्ति एवं शक्ति की आराधना में दुर दराज से संत एवं महात्मा व श्वद्धालु रतनपुर पहुंच रहे है,
एसपी संतोष सिंह पहुंचे दर्शन के लिए
चैत्र नवरात्रि के दिन पहले दिन रतनपुर महामाया मंदिर में विशेष पूजा अर्चना और आरती की गई। पहले दिन बड़ी संख्या में दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचे, जिसमें बिलासपुर एसपी संतोष कुमार सिंह भी शामिल रहे ।उन्होंने रतनपुर मां महामाया मंदिर पहुंचकर विधि विधान के साथ देवी की पूजा अर्चना की और उनके दर्शन किये।
