
आकाश दत्त मिश्रा

पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में मुंगेली भाजपा पदाधिकारियों ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए दावा किया था कि मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गुरु गोस्वामी ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव जीता है। उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने और उन्हें पद से हटाने की मांग की गई थी। भाजपा के आरोपो पर पलटवार करते हुए मंगलवार को मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम से कलेक्ट्रेट तक विशाल रैली निकली। जिसमें मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहनों में 1000 से अधिक कार्यकर्ता और समर्थक शामिल थे। ऐसी बड़ी रैली मुंगेली के इतिहास में इससे पहले शायद ही कभी देखी गई हो।

इस रैली में मुंगेली कांग्रेस जिला अध्यक्ष सागर सिंह बेस, छाया विधायक राकेश पात्रे और नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गुरु गोस्वामी के अलावा बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता और अन्य समर्थक भी मौजूद थे। नगर भवन करते हुए यह रैली कलेक्ट्रेट पहुंची जहां कलेक्टर राहुल देव को ज्ञापन देकर शिकायत की गई है कि भारतीय जनता पार्टी षड्यंत्र रच कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गई नगरपालिका सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।
जिला अध्यक्ष सागर सिंह बैस का मानना है कि मुंगेली, सरगांव और पथरिया में भाजपा बुरी हार के बाद बौखलाई हुई है, इसलिए लोगों में भ्रम फैलाकर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मुंगेली में विधायक निधि का भी दुरुपयोग हो रहा है , जिसकी जांच की मांग भी उन्होंने की है। दावा किया गया कि आम लोगों को इन्हीं मुद्दों पर जागरूक करने के लिए जिला कांग्रेस ने यह रैली निकाली है।

अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि उनकी जाति को लेकर जो दस्तावेज पेश किए गए हैं, वे पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने दावा किया कि उनके प्राथमिक स्कूल के दस्तावेज में उनकी जाति गुरु गोसाई है। इतना ही नहीं उनके पिता और दादाजी की जाति भी गुरु गोसाई होने का उन्होंने दावा किया है। हेमेंद्र गोस्वामी ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में गुरु गोसाई पिछड़ा वर्ग में शामिल है। उन्होंने पूरे मामले को भाजपा का राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि भाजपा के निष्कासित पार्षद मोहित बंजारा द्वारा मोहतरा गांव के कोटवार और पटवारी पर बलपूर्वक एवं छल पूर्वक दस्तक दस्तखत लेकर प्रमाण पत्र हासिल किए गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि इसकी शिकायत गांव के कोटवाल और पटवारी ने की है। अपने विरुद्ध षड्यंत्र रचे जाने की बात कहते हुए हेमेंद्र गोस्वामी ने इसके लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष संतु लाल सोनकर को दोषी ठहराया। साथ ही इन सभी पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
मुंगेली कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि लोकल बॉडी के खिलाफ षडयंत्र किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का संचालन संविधान के अनुसार ही किया जाएगा और इसमें किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे निकट भविष्य में शिकायत कर्ताओ से एक बार और चर्चा करेंगे। इसके बाद आवश्यक हुई तो जांच के लिए समिति का भी गठन किया जा सकता है।
मुंगेली हमेशा से भाजपा का गढ़ रहा है । पुन्नूलाल मोहले यहां से अजेय रहे हैं। किन्तु नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी के लिए जिस तरह हेमेंद्र गोस्वामी ने पूर्व अध्यक्ष को पटखनी दी थी, उसके बाद से यहां कांग्रेस की ताकत बढ़ी है। तो वहीं भाजपा में खोई हुई वापस पाने की छटपटाहट साफ देखी जा सकती है। नाली घोटाले में संतुलाल सोनकर की कुर्सी गई थी। अब जाति विवाद में हेमेंद्र गोस्वामी के खिलाफ शिकायत कर उसी तरह की कार्यवाही की मांग की जा रही है।
इसीलिए अपने ऊपर लगे आरोपों के जवाब में हेमेंद्र गोस्वामी ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया, जिससे इतना तो तय है कि यह लड़ाई लंबी चलने वाली है, जिसकी गूंज देर तक और दूर तक सुनाई देगी।
इधर कांग्रेस की रैली के बाद सोशल मीडिया पर अचानक हेमेंद्र गोस्वामी के जाति प्रमाण पत्र संबंधित दस्तावेज सार्वजनिक कर दिए गए, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जानकार इसे भाजपा की रणनीति बता रहे हैं, तो वही हेमेंद्र गोस्वामी ने भारतीय जनता पार्टी को चुनौती दी है कि वे पिछड़ी जाति के हैं और ऐसा वे किसी भी पटल पर प्रमाणित कर सकते हैं।
इन आरोपों के जो भी परिणाम हो, मंगलवार की रैली में इतना तो दर्शा ही दिया है कि इस लड़ाई में फिलहाल हेमेंद्र गोस्वामी 21 ही साबित हो रहे हैं।
