

बिलासपुर । परमहंस स्वामी शारदानंद सरस्वती का रविवार की रात दिल्ली के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वे कुछ दिनों से प्रयागराज में थे, जहां उनकी तबीयत एकाएक बिगड़ी। उन्हें एक दिन पहले रविवार को ही मेदांता लाया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। रविवार को उन्होंने देह त्याग दिया। यह खबर सुनते ही उनके शिष्यों में शोक की लहर फैल गई। सोमवार, 7 नवंबर को शाम 4 बजे यूपी के मैनपुरी में उनका अंतिम संस्कार होगा। स्वामी शारदानंद सरस्वती उन चुनिंदा संतों में थे, जो जनकल्याण के प्रकल्पों के लिए जाने जाते थे। छत्तीसगढ़ में हर शहर में उनके हजारों अनुयायी हैं।
