
आलोक मित्तल

वैसे तो वाहन बेचते समय सभी ऑटोमोबाइल कंपनियां सर्विसिंग को लेकर बड़े-बड़े वादे करती है लेकिन कई मर्तबा ग्राहकों को ऐसी परिस्थितियों से दो-चार होना पड़ता है जिससे उनका भरोसा टूट जाता है। कभी-कभी तो ग्राहक इस कदर आपा खो बैठता है कि वह अनपेक्षित निर्णय ले लेता है।
शनिवार को बिलासपुर के तिफरा ओवर ब्रिज के पास मौजूद दो पहिया वाहन के शोरूम के सामने भी ऐसी घटना घटी, जिससे लोग अवाक रह गए। बताया जा रहा है कि जांजगीर जिले के नितिन लाल ने हौंडा कंपनी से आज से साढ़े 3 साल पहले स्कूटी खरीदी थी, लेकिन शुरू से ही गाड़ी में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट थी। 3.5 साल में वे केवल 6000 किलोमीटर ही स्कूटी चला पाए बाकी पूरे समय स्कूटी सर्विस सेंटर में ही खड़ी रही ।

कभी जांजगीर-चांपा तो कभी बिलासपुर सर्विस सेंटर में गाड़ी की मरम्मत होती रही लेकिन फिर भी कुछ दिनों में गाड़ी वापस बिगड़ जाती । शुरू में तो कंपनी वालों ने यह बात स्वीकार की और मुफ्त सर्विसिंग की बात कही लेकिन अब 2 साल का वक्त बीत जाने के बाद कंपनी वाले सर्विसिंग का चार्ज मांग रहे हैं। जिस से युवक इस कदर नाराज हो गया उसने शोरूम के बाहरी स्कूटी में पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी। माचिस मारते ही गाड़ी धू धू कर जलने लगी, जिससे आसपास हंगामा मच गया। आसपास बड़ी संख्या में वाहन मौजूद होने से यहां हड़कंप की स्थिति बन गई । सकते में आये लोग किसी तरह आग बुझाने का प्रयास करते देखे गए। किसी ने पानी डालकर तो कोई रेत से आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन जब तक आग बुझ पाती तब तक स्कूटी काफी हद तक जल चुकी थी। नितिन लाल ने बताया कि बड़े-बड़े वायदे के बावजूद उन्हें स्कूटी की प्रॉपर सर्विसिंग नहीं मिल पा रही थी जबकि उनसे वायदा कुछ और किया गया था ।
अधिकारियों के असहयोग भरे रवैया से परेशान होकर ही वो अपना आपा खो बैठे और इस तरह का कदम उठाया। जाहिर तौर पर नितिन लाल की हरकत से कंपनी की साख पर असर तो होगा। बेहतर होता कि एजेंसी के संचालक इस ओर पहले ध्यान देते तो फिर इस तरह की किरकिरी का सामना नहीं करना पड़ता।
