बिप्लब कुण्डू–
पखांजुर
ग्रामीणों ने कहा शासन प्रशासन की मिलीभगत के चलते हो रहा रेत का अवैध परिवहन।
एक बार फिर से परतापुर कोटरी नदी से रेत का अवैध परिवहन शुरू लगातार कई ट्रेक्टर रेत का बिना परमिशन के परिवहन शुरू परतापुर क्षेत्र के ग्रामीणों ने कोटरी नदी से रेत परिवहन को बंद करने तहसीलदार पखांजूर को सौपा ज्ञापन और कहा की जब तक परतापुर के नाम से लीज नही मिलेगा तब तक बंद रहेगा रेत का परिवहन।
परतापुर सरपंच राजा राम कोमरा ने जानकारी देते हुए बताया की लगातार कोटरी नदी से बिना परमिशन के अवैध रूप से रेत परिवहन रोज हो रहा हैं हमने जब पूछा की किसके परमिशन से रेत परिवहन कर रहे हो तो ट्रेक्टर चालको का कहना की खुद की मर्जी से ले जा रहे है दीपावली के पहले ग्रामीणों द्वारा मना करने पर हफ्ते भर रेत का परिवहन बंद था लेकिन दिवाली के बाद से लगातार रेत का परिवहन शुरू कर दिए हैं
ग्राम पटेल देवनिधि नरवाश ने बताया की हम लोग दिवाली त्योहार के पहले रेत ले जाते समय रोककर परमिशन दिखाने बोले तो खुद से ले जा रहे है बोले पूरा गाड़ी लगभग 10 से 15 ट्रेक्टर रोज पखांजूर क्षेत्र से रोज आते और मन मर्जी रेत लेजाते हैं जो की इस क्षेत्र के लिए बहुत बड़ा नुकसान हैं क्युकी यहां से उठाया रेत दूसरे अन्य क्षेत्रों में बेचा जाता हैं जिसका मन मर्जी दाम अवैध परिवहन करने वाले फायदे ले रहे है लगातार।
ग्राम सभा अध्यक्ष परतापुर के नेतृत्व में आज तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन में लिखा है ग्राम पंचायत परतापुर के कोटरी नदी से अवैध रेत परिवहन के बारे में बार बार शासन प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी अवैध रेत का परिवहन हो रहा हैं जबकि ग्राम पंचायत परतापुर द्वारा खनिज घोषणा हेतु ग्राम पंचायत प्रस्ताव एवं नक्शा खसरा जमा किया जा चुका हैं परंतु इस संबंध में आज पर्यन्त तक कार्यवाही नहीं किया गया है और अवैध रूप से रेत परिवहन होता रहा हैं और हो रहा हैं जब तक ग्राम पंचायत परतापुर के नाम से लीज नहीं मिलेगा तब तक अवैध रेत खनन बंद रहेगा ।
ज्ञापन सौंपने एवं अवैध रूप से रेत परिवहन का विरोध करने में मुख्य रूप से सरपंच राजा राम कोमरा,ग्राम सभा अध्यक्ष अजब सिंह, ग्राम पटेल देवनिधी नरवास, ग्राम पटेल मुसरघाट पटेल रैजुराम, पंडरपानी पटेल फागु राम कोमरा, सदस्य निलाप नरवास, पंचु नायक, परतु नेताम लोकेश चक्रधारी, विक्रम दीवान, सुर्य कुमार, ओमप्रकाश नाग सहित भारी संख्या में ग्रामीणों की मौजुदगी रही।