कैंसर से लड़ने में करें बिलासपुर के मासूम 3 साल के दिव्यम की मदद, जानिए कैसे कर सकते हैं उसके इलाज में सहायता

आकाश मिश्रा

बुरी खबर यह है कि बिलासपुर के 3 साल के मासूम दिव्यम देशपांडे को ब्लड कैंसर है। और अच्छी खबर यह है कि अगर सही समय पर उसे सही इलाज मिल जाए तो दिव्यम पूरी तरह से ठीक हो सकता है।

बिलासपुर के कुदुदंड में रहने वाले दंपत्ति अनुराग और अंकिता देशपांडे के इकलौते पुत्र दिव्यम का जन्म कोरोना काल में हुआ था, अपनी नौकरी की वजह से उस वक्त अनुराग सिंगापुर में थे जबकि नवजात शिशु अपनी मां के साथ बिलासपुर में ही रह गया था। पिता से लंबे बिछोह के बाद जब स्थिति सामान्य होने के बाद परिवार सिंगापुर में मिला तो उसी दौरान एक दिल दहला देने वाली खबर भी मिली। अगस्त 2022 को पता चला कि नन्हे दिव्यम को ब्लड कैंसर है।

उसका इलाज A एंड E और सिंगापुर के के के हॉस्पिटल में शुरू हुआ। चिकित्सकों ने बताया कि इस स्थिति में दिव्यम ट्रेवल नहीं कर सकता इसलिए उसका इलाज वही सिंगापुर में करना पड़ेगा। चिकित्सकों ने यह भी बताया है कि दिव्यम के ल्यूकेमिया यानी ब्लड कैंसर का संपूर्ण इलाज हो सकता है, लेकिन इसमें 50 लाख रुपये की भारी-भरकम खर्च भी बताई गई। सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले अनुराग देशपांडे की माली हालत इतनी भारी रकम जुटाने की नहीं है। हालांकि उन्होंने अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी लगा दी है लेकिन वो भी इस रकम का एक बहुत मामूली ही हिस्सा है। जिसके बाद उन्होंने बड़ी उम्मीद से आम लोगों से अपील करते हुए अपने 3 साल के मासूम बेटे के लिए मदद की गुहार लगाई है।
इस मामले में उनके कुछ सहकर्मियों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, तो वहीं milaap.org नामक फंडरेजर कंपनी भी उनकी मदद कर रही है।
बिलासपुर से होने की वजह से अनुराग देशपांडे और अंकिता देशपांडे को अपने देश, संभाग और जिले से बड़ी उम्मीद है, इसलिए उन्होंने सभी से हाथ जोड़ते हुए अपील की है कि हर कोई यथा सामर्थ्य इस नेक काम के लिए आर्थिक मदद कर उनके एकलौते जिगर के टुकड़े बेटे के प्राण बचाने में सहायक बने।
देशपांडे परिवार को इसके लिए 50 लाख रुपए की आवश्यकता है और वर्तमान में इसका 20% ही यानी करीब ₹9 लाख 88 हज़ार ही इकट्ठे हो पाए हैं। हालांकि अब तक 290 से अधिक लोगों ने इसके लिए मदद की है,यानी मंजिल अभी दूर है। दानदाताओं की थोड़ी-थोड़ी आर्थिक सहायता भी एक मासूम की जिंदगी बचाने में मददगार साबित हो सकती है। अगर आपकी संवेदना भी मासूम दिव्यम को देखकर जागृत हुई है तो कृपया अपने सामर्थ्य के अनुसार मिलाप डॉट ओआरजी के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करें ताकि दिव्यम का इलाज हो सके और वो हंसता खेलता स्वस्थ होकर अपने वतन लौट सके।

किसी भी तरह की मदद या जानकारी के लिए इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।

916066 6853 या 8602323933

Help Divyam Fight Leukaemia

My name is Anurag Deshpande, working in Singpoare on Employement Pass (EP), with my wife Ankita Deshpande, who is a Homemaker. Our son, Divyam was born, in India, just 6 months before the COVID-19 restrictions started. Due to work commitment and pandemic restrictions we had to delay Divyam’s

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