

आलोक मित्तल


दुर्गा विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच मारपीट के साथ डीजे और दुर्गा प्रतिमा को भी नुकसान पहुंचाने वाले मामले में पुलिस ने शाम तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिस सड़क पर इन लोगों ने हंगामा मचाया था, उसी सड़क से शनिवार को उनका जुलूस निकाला गया। बदमाशों का हौसला पस्त करने के लिए पुलिस कोतवाली थाने से आरोपियों को कोर्ट तक पैदल ही लेकर पहुंची। पूरे रास्ते इनका तमाशा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
गुरुवार शाम को दुर्गा विसर्जन के लिए निकली झांकियों में चिंगराजपारा सरकंडा की दुर्गा उत्सव समिति मां आदर्श दुर्गा उत्सव समिति और कुदुदंड शिव दुर्गा उत्सव समिति के सदस्यों के बीच हुये विवाद ने सुबह तक बलवा का रूप ले लिया।


जमकर पत्थर चलाए गए। साथ ही लाठी-डंडे से डीजे में तोड़फोड़ की गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ लोगों ने देवी प्रतिमा को भी खंडित किया। इस मामले में पुलिस सुबह ही दो लोगों को पकड़ चुकी थी, जिसके बाद शाम तक शैलेश कश्यप पप्पू कौशिक सूरज यादव दीपक साहू नितेश कश्यप देव भदराजा अनिकेत यादव अनुराग यादव नीरज जयसवाल शुभम द्विवेदी राहुल राजपूत और हिमांशु राय को गिरफ्तार किया गया। इन सभी को कोर्ट में पेश करने के लिए पुलिस पैदल ही जुलूस निकालकर पहुंची, हालांकि बताया गया कि वाहन खराब होने की वजह से ऐसा किया गया है, लेकिन यह पब्लिक है, यह सब जानती है। जिस रास्ते में अपना डीजे आगे बढ़ाने के लिए इन लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया था, उसी रास्ते से सर झुका कर चलते आरोपी यह संदेश दे रहे थे कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।
