
आलोक मित्तल

छत्तीसगढ़ में भले ही चुनाव में करीब साल भर का वक्त है लेकिन दोनों प्रमुख दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी रायपुर भाजपा कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल प्रदेश महामंत्री पवन सहाय और विभिन्न संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही है, जिसमें नितिन नबीन भी शामिल होने वाले हैं तो वहीं दूसरी ओर बिलासपुर में चुनाव की तैयारी को लेकर आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया और प्रदेश के प्रभारी सचिव सप्तगिरि उल्का पहुंच गए हैं। जो कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ जिले के सभी 6 विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों संगठन पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ बंद दरवाजे के पीछे चर्चा कर रहे हैं।

बिलासपुर जिले में बिलासपुर और तखतपुर विधानसभा को छोड़कर मस्तूरी, बेलतरा, कोटा और बिल्हा में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। पीएल पुनिया उन सभी सीटों पर अधिक जोर देने की बात कर रहे हैं जहां कांग्रेस की हार हुई थी। इस लिहाज से बिलासपुर जिला उनके लिए महत्वपूर्ण है। कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगठन के पदाधिकारियों को सीएम हाउस बुला कर चर्चा की थी। अब पुनिया यहां के नेताओं को टटोल रहे हैं।
पिछले 2 दिनों से प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया प्रदेश की उन सीटों का दौरा कर कार्यकर्ताओं और नेताओं से बात कर रहे हैं जिन सीटों में कांग्रेस की हार हुई थी। इससे पहले वे भाटापारा और बलोदा बाजार में बैठक कर चुके हैं। इसके बाद वे मुंगेली भी जाएंगे। मुंगेली में भी कांग्रेस चुनाव हार गई है, इसलिए मुंगेली में भी कांग्रेस को मेहनत करने की आवश्यकता है।
