

बिलासपुर।
जिले में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के दौरान चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। जिले के कुल 16.75 लाख मतदाताओं में से 4.33 लाख से अधिक मतदाताओं के फॉर्म बीएलओ वापस नहीं ले सके। जांच में खुलासा हुआ कि इनमें से बड़ी संख्या या तो शहर छोड़ चुकी है, मृत हो चुकी है या अपने पते पर नहीं मिल रही है।
1.83 लाख मतदाता जिले से शिफ्ट, 1.30 लाख नदारद, 71 हजार से ज्यादा की मौत
जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक:
- 1,83,645 मतदाता अपने पंजीकृत पते से शिफ्ट हो चुके हैं।
- 1,30,117 मतदाता बीएलओ को अपने पते पर नहीं मिले।
- 71,663 मतदाताओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है।
इस तरह 4 लाख 33 हजार 883 फॉर्म ऐसे हैं जिन्हें बीएलओ डिजिटाइज नहीं कर सके। इससे एसआईआर की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
जिले में 6 विधानसभा—कहां कितने शिफ्ट और मृत मतदाता
जिले की 6 विधानसभा क्षेत्रों से प्राप्त आंकड़े चौंकाने वाले हैं। विधानसभा शिफ्ट हुए मतदाता मृत मतदाता कोटा 19,854 18,200 तखतपुर 33,734 12,090 बिल्हा 57,484 11,106 बिलासपुर 22,154 14,226 बेलतरा 8,189 11,478 मस्तूरी 32,219 14,595 (सबसे अधिक)
कुल शिफ्ट मतदाता: 1,83,645
कुल मृत मतदाता: 71,663
मस्तूरी विधानसभा मृत मतदाताओं के मामले में पूरे जिले में सबसे आगे है।
75.38% फॉर्म का डिजिटाइजेशन पूरा
5 दिसंबर तक जिले के 1728 मतदान केंद्रों से 12,71,598 मतदाताओं के फॉर्म का डिजिटाइजेशन पूरा किया जा चुका है, जो कुल मतदाताओं का 75.38% है।
शेष 25% फॉर्म में बड़ी संख्या उन मतदाताओं की है जो शिफ्ट, मृत या पते पर उपलब्ध नहीं हैं।
11 दिसंबर तक फॉर्म भरने का मौका
- एसआईआर के अंतर्गत फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर रखी गई है।
- इसके बाद दूसरे चरण में 16 दिसंबर से अभिहित अधिकारी मतदाताओं से सीधे मुलाकात करेंगे।
- बीएलओ इन दिनों मतदान केंद्रों में बैठकर उन मतदाताओं का इंतजार कर रहे हैं जो घर पर नहीं मिले थे।
मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर सुधार की जरूरत
जिले में शिफ्ट हुए, मृत और अनुपलब्ध मतदाताओं की इतनी बड़ी संख्या ने निर्वाचन कार्यालय की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अधिकारियों का कहना है कि मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने के लिए व्यापक अभियान चल रहा है और नागरिकों से अपेक्षा है कि वे समय पर फॉर्म भरकर सहयोग करें।
