

छत्तीसगढ़ में इस वर्ष 1 नवंबर से ही धान खरीदी शुरू हो जाएगी। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई थी, जिसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है ।

इधर धान खरीदी पर भी राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की चिट्ठी के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार 1 नवंबर से ही धान खरीदी की तैयारी कर रही थी, उन्हें इसकी जानकारी हो गई तो श्रेय लेने के लिए चिट्ठी लिख दी। इस वर्ष 36 लाख 58 हज़ार हेक्टेयर में धान बोया गया है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ऐसा पहली बार होगा जब धान की खरीदी नवंबर में शुरू होगी। माना जा रहा है कि इस बार अच्छे मानसून की वजह से धान की फसल अक्टूबर के आखिरी सप्ताह तक पकने को तैयार हो जाएगी।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसान पुत्र है और किसानों के मुद्दे पर संवेदनशील भी, इसलिए उन्होंने अधिकारियों को पहले से ही 1 नवंबर से धान खरीदी की तैयारी करने के निर्देश दे दिए थे। उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ में धान की रिकॉर्ड खरीदारी होगी। आपको बता दें कि एमएसपी पर धान बेचने में छत्तीसगढ़ अव्वल है। 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
