आठ सूत्रीय मांग को लेकर हजारो आदिवासी एकजुट हुए, दोषियो पर कार्रवाही करने की मांग को लेकर लामबंध है।

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजूर–
आठ सूत्रीय मांग को लेकर हजारो आदिवासी एकजुट हुए और जमकर नारेबाजी की।पखांजुर के सदभावना भवन में एकजुट हुए आदिवासीओ ने सबसे सिलेगार में घटित हुई घटना में मारे गए तीन आदिवासीओ को नमन किया।उसके बाद हजारो आदिवासीओ ने रैली के माध्यम से पखांजूर सद्भावना भवन से एसडीएम कार्यालय तक पहुंचे ।आदिवासियों की मांग है कि क्षेत्र में पांचवी अनुसूची पूर्ण रुप से लागू की जाए साथ ही 1 साल पूर्व सिलगेर में हुए घटना में दोषियों को सजा देने के साथ पीड़ित परिवारों को मुआवजा मिले।
इसके अलावा हँसदेव अभ्यारण की कोयला खदान को पूर्ण रुप से बंद करने जैसे कुल आठ मांग शामिल है।आदिवासीओ ने पखांजुर तहसीलदार को ज्ञापन सौपते हुए मांगो पर अमल करने और निराकरण करने की मांग की है।मीडिया से चर्चा के दौरान आदिवासी प्रमुखों ने कहा कि जल्द ही हमारी मांग पूरी नही होती तो आदिवासी पुनः बड़ी आंदोलन की ओर रुख करने को मजबूर होगी।सिया राम पुड़ो ने कहा कि क्षेत्र में पांचवी अनुसूची को लागू करने समेत पूर्णतः पालन करने की मांग लम्बे अरसे से कर रहे है बावजूद हमारी मांगो को लेकर सरकार गम्भीर नही है।
सिलेगार में पिछले साल हुए घटना से हमारे तीन आदिवासी मारे गए जिसके लिए सरकार और सरकार के नुमाइंदे जिम्मेदार है।जिन्होंने निर्दोष और निहत्थे आदिवासीओ पर फायरिंग कर निर्दोष आदिवासीओ की हत्या कर दी।जो लोग वहां अपनी हक की लड़ाई के लिए आंदोलन कर रहे थे।इसके बाद सालभर से पूरा आदिवासी समाज समूचे बस्तर में पीड़ितो को न्याय देने और दोषियो पर कार्रवाही करने की मांग को लेकर लामबंध है।
बावजूद कुम्भकर्णी नींद में मशगूल सरकार आदिवासीओ की मांग को लेकर गम्भीर नही है। इस दौरान सिया राम पुड़ो,गजेंद्र उसेंडी,दुखुराम नरेटी,दया राम उसेंडी,गज्जू पददा,सालिक नेताम,घनश्याम खुडश्याम,मनकू नेताम,गणेश नायक,राजेश नुरूटी,राजा राम कोमरा समेत हजारो आदिवासी समाज के लोग मौजूद रहे।

ये है आदिवासीओ की आठ सूत्रीय मांग

01पांचवी अनुसूची पूर्ण रूप से लागू किया जाए

02 सिलगेर,एड्समेटा,ताड़मेटला, सरकीगुड़ा, बेचापाल के दोषियों को सजा दिया जाए एवं पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए

03 हँसदेव अभ्यारण के कोयला खदान को पूर्ण रुप से बंद किया जाए

04 बस्तर में बस्तर फाइटर भर्ती को निरस्त किया जाए
05 सर्व आदिवासी समाज के माध्यम से प्रतिनिधि मंडल के द्वारा दिनांक 26 मार्च 2022 को मुख्यमंत्री निवास में मुलाकात कर मुख्यमंत्री का आश्वासन पर तत्काल विचार किया जाए

06 तेंदूपत्ता सीजन 2022 की राशि नगद भुगतान किया जाए

07 बस्तर संभाग में ड्रोन हमला व फोर्स गस्त को बंद किया जाए
08 पंचशील संस्कृति समिति द्वारा खंडहर सरकारी क्वार्टर को मरम्मत पर अंबेडकर वाचनालय संचालन किया जा रहा था ।जिससे कोरोना काल मे कर्मचारी को दिया गया है। जिसे तत्काल हटाकर अंबेडकर वाचनालय का नाम दिया जाए और अंबेडकर वाचनालय हेतु आरक्षित किया जाए।

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