पखांजुर से बिप्लब कुण्डू–26.2.22
पखांजुर–
तमिलनाडु में स्कूली छात्रा लावण्या के आत्महत्या प्रकरण को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को शहर में आक्रोश रैली निकाली। बड़ी संख्या में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने रैली में भाग लिया। एबीवीपी नेताओं ने कहा जब तक मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।
वक्ताओं ने कहा कि तमिलनाडु के तंजावुर में एक इसाई मिशनरी स्कूल में पढ़ने वाली 17 वर्षीय छात्रा लावण्या पर धर्मांतरण करने दबाव डाला गया। छात्रा द्वारा धर्मांतरण करने से इंकार करने पर उसे प्रताड़ित किया गया, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली थी। इस प्रकरण को लेकर एबीवीपी पूरे देश भर में उक्त स्कूल के साथ वहां के मुख्यमंत्री स्टालिन के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में 17 फरवरी को स्टालिन सरकार का पुतला दहन किया गया।
20 फरवरी को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। 25 फरवरी को एबीवीपी कार्यकर्ता लावण्या व उसके परिजनों के इंसाफ दिलाने लामबंद हुए और स्टालिन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते शहर के ऊपर नीचे रोड से दोपहर में आक्रोश रैली निकाली। रैली ऊपर नीचे रोड से नारेबाजी करते आगे बढ़ी। कलेक्टोरेट मार्ग में प्रदर्शन करते नारेबाजी की गई। एबीवीपी की प्रांत छात्र प्रमुख प्रज्ञा सेनापति ने कहा लावण्या को लेकर जब तक इंसाफ नहीं मिलता आंदोलन जारी रहेगा। रैली में एबीवीपी छात्रा प्रमुख नताशा सातुलदार, जिला संयोजक योगेश साहू, जगदीश साहू, रोशन चढ़ई, अजय ठाकुर, अजितेश दत्ता राय, आदित्य मिश्रा, सोनाली रवानी, ज्योति सोनवानी, दिशा कांगे आदि ने भाग लिया।