
आकाश मिश्रा

बिलासपुर। ग्रीन पार्क कालोनी महाराणा प्रताप चौंक गार्डन के समीप लंबे समय से एक परिवार के अतिक्रमण से त्रस्त लोगों ने जब पुरजोर विरोध कर अतिक्रमण हटाने की मांग की तब जोन कमिश्नर और पूरा निगम अमला अतिक्रमण करने वालो को संरक्षण देते हुए हील हवाला करता रहा। स्वयं आयुक्त को भ्रम में रख अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही रोक दी जाती रही। कभी मतदाता पुनरीक्षण के नाम से तो कभी किसी बहाने जोन कमिश्नर द्वारा टाला जाता रहा। इस अतिक्रमण की शिकायत स्वयं मंत्री अरुण साव व संचालक नगरीय प्रशासन में होने और वहां से निर्देश होने के बावजूद महीनों टाल मटोल के बाद निगम का अमला पहुंच पहले कार्यवाही की बात पर विवाद और अतिक्रमण कारी लोगों के तोडू दस्ता के सामने नाटक नौटंकी के बहाने बिना पुलिस कार्यवाही करने पहुंची निगम की टीम वापस होने लगी और अंततः अभी तक कार्यवाही को कमिश्नर के बहाने रोक दिया गया है।

एक तरफ बिलासपुर नगर निगम का अमला 15–16 एकड़ अवैध कालोनियों पर कार्यवाही कर वाहवाही बटोर रही है वहीं निचले स्तर के अधिकारी की सांठगांठ से आज अतिक्रमण के लिए पहुंची टीम सुनियोजित ढंग से कार्यवाही ना कर दिखावा कर रही है ऐसे में शहर भीतर कालोनी,गार्डन की जगह पर बेजा कब्जा,अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही में पुलिस बल आ जाने और अतिक्रमण की कार्यवाही शुरू कर देने के बाद भी निगम के ही कुछ निचले स्तर के अधिकारी, कर्मचारी कार्यवाही करने में आनाकानी कर रहे हैं।

