

बिलासपुर। बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक गांवों के वाहन मालिकों से सीसी कैमरा के आधार पर जबरिया ई-चालान वसूले जाने के खिलाफ पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष एवं बेलतरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी विजय केशरवानी ने कड़ा विरोध जताया। छुट्टी होने के कारण उन्होंने बिलासपुर आरटीओ से टेलीफोन पर चर्चा की और अपनी मांगों का ज्ञापन जिला कलेक्टर व आरटीओ को व्हाट्सऐप के माध्यम से भेजा।
केशरवानी ने कहा कि सीसी कैमरा के आधार पर बिना भौतिक जांच किए ई-चालान भेजना न्यायोचित नहीं है। इस कार्रवाई से निर्दोष वाहन मालिक परेशान हो रहे हैं। उन्होंने मांग की कि जिन वाहनों में किसी तरह की कमी है, उनकी मैदानी जांच कर ही पेनाल्टी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि बेलतरा क्षेत्र की सड़कों की हालत अत्यंत खराब है। सड़कें जर्जर होने के कारण वाहन 6 महीनों में ही खराब होने लगते हैं, ऐसे में फिटनेस और पर्यावरण प्रमाणपत्र के नाम पर लोगों को परेशान करना अनुचित है।
उन्होंने बताया कि सीपत, जांजी, बैमा, नगोई, मोहरा, बिरकोना, सेलर, भाड़ी, परसाही, उरतुम, रानीगांव सहित कई गांवों के लोगों की शिकायत मिल रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में खड़ी गाड़ियों तक के चालान भेजे जा रहे हैं। कई वाहन मालिकों के पास सभी दस्तावेज मौजूद होने के बावजूद भारी-भरकम ई-चालान भेजे जा रहे हैं। इससे गांव वालों में भय और आक्रोश दोनों बढ़ रहा है।
केशरवानी ने कहा कि जब परिवहन विभाग रोड टैक्स वसूलता है तो अच्छी सड़कें उपलब्ध कराना भी उसकी जिम्मेदारी है। खराब सड़कों से धूल उड़ती है, पर्यावरण प्रदूषित होता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, इसे नजरअंदाज कर सिर्फ वाहन चालकों पर पर्यावरण और फिटनेस प्रमाणपत्र का दबाव डालना गलत है।
उन्होंने यह भी कहा कि विभाग द्वारा वाहन चालकों से नंबर प्लेट ढककर रखने जैसी बातें कही जा रही हैं, जो पूरी तरह गलत है। यदि सीसी कैमरा के आधार पर चालान की कार्रवाई जारी रही तो क्षेत्र की जनता सड़क पर उतरकर विरोध करने को मजबूर होगी।
आरटीओ ने विजय केशरवानी को आश्वस्त किया है कि उनकी मांगों को मुख्यालय भेजकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
अंत में केशरवानी ने स्पष्ट कहा कि ई-चालान के नाम पर जनता को परेशान न किया जाए, और यदि किसी वाहन में वास्तविक कमी हो तो उसी की भौतिक जांच कर पेनाल्टी लगाई जाए।
