

बिलासपुर।
30 अगस्त को शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत बिलासपुर आ रहे हैं। वे शाम 6.30 बजे सिम्स सभागार में आयोजित लोक हितकारी काशीनाथ स्मारिका विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
एसपीजी ने की रिहर्सल, पुलिस ने कसी कमर
उनके आगमन को लेकर स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने मंगलवार को सभास्थल का निरीक्षण कर रिहर्सल की। इसके बाद सुरक्षा इंतजामों को और पुख्ता करने के निर्देश दिए गए। गुरुवार को पुलिस और अर्धसैनिक बल के अधिकारी भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे।
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि आरएसएस प्रमुख को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (एएसएल) श्रेणी की सुरक्षा मिली है। यह सुरक्षा स्तर देश में केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को प्राप्त है। ऐसे में पूरे कार्यक्रम स्थल और शहर में उच्चस्तरीय सुरक्षा लागू की गई है।
रेलवे स्टेशन से लेकर सिम्स तक सुरक्षा घेरा
डॉ. भागवत ट्रेन से बिलासपुर पहुंचेंगे। इस वजह से रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। आगमन के दिन यात्रियों से कहा गया है कि वे स्टेशन पर समय से पहले पहुंचे। शहर में उनकी आवाजाही के दौरान करीब 300 पुलिसकर्मी, सीआरपीएफ और अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ नगर सैनिक भी मुस्तैद रहेंगे।

मरीजों की सुविधा के लिए खुले दोनों गेट
सिम्स डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में सुरक्षा बल और लोग मौजूद रहेंगे। मरीजों को असुविधा न हो, इसके लिए अस्पताल के दोनों मुख्य गेट खोल दिए गए हैं ताकि आवाजाही में परेशानी न हो।
स्मारिका विमोचन समारोह
समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्यप्रदेश क्षेत्र संचालक और बी वाय हास्पिटल रायपुर के डॉ. पूणेंदु सक्सेना विशेष अतिथि रहेंगे।
समिति अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने बताया कि विमोचन होने वाली लोक हितकारी काशीनाथ स्मारिका स्व. काशीनाथ गोरे को समर्पित है। इसमें उनके जीवन, विचार, समाजसेवा और आदर्शों को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है।
