

बिलासपुर।
रेंज साइबर थाना बिलासपुर को एक बड़ी सफलता मिली है। पीएम समृद्धि योजना के तहत कम ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय साइबर अपराधी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी बिहार के वैशाली जिले से की गई है। गिरोह ने बीते डेढ़ साल में बिलासपुर के एक मेडिकल व्यवसायी से कुल 73.23 लाख रुपये हड़प लिए थे।
मेडिकल व्यवसायी को 50 लाख का लोन दिलाने का झांसा
प्रकरण थाना सकरी क्षेत्र से जुड़ा है।
सी-24, फेस-1 नेचर सिटी निवासी प्रार्थी राजेश पांडेय ने शिकायत की थी कि आरोपियों ने स्वयं को श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड, मुंबई का अधिकारी बताकर पीएम समृद्धि योजना के तहत 50 लाख का लोन और 30% छूट का लालच दिया।
12 फरवरी 2024 से 29 सितंबर 2025 तक अलग-अलग नंबरों से कॉल कर आरोपियों ने उनसे 73,23,291 रुपये विभिन्न खातों में जमा करवाए।
फर्जी नाम, फर्जी बैंक खाते और फर्जी सिम से किया साइबर फ्रॉड
तकरीबन 20 महीनों तक लगातार ‘कम ब्याज में लोन’ का झांसा देकर इस गिरोह ने पीड़ित को अपने जाल में फंसा रखा था। आरोपी कॉल के दौरान अपने नाम ग्रिजेश त्रिवेदी और अन्य फर्जी पहचान बताते थे।
जांच में पाया गया कि ठगी में उपयोग किए गए—
- फर्जी सिम कार्ड
- फर्जी बैंक खाते
- मल्टीपल नंबर
का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा था।
बिहार में दबिश, दो आरोपी गिरफ्तार
आईजी डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) और एसपी रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन में विशेष साइबर टीम गठित की गई।
निरीक्षक रजनीश सिंह के नेतृत्व में टीम वैशाली (बिहार) रवाना हुई और दो दिनों की लगातार पतासाजी के बाद आरोपियों को पकड़ा गया।
गिरफ्तार आरोपी—
- विकास कुमार उर्फ विक्रम सिंह (28 वर्ष)
- अमन कुमार सिंह उर्फ पीयूष
— दोनों निवासी: वार्ड क्रमांक 13, गढ़वाल कनौली, थाना महुआ, जिला वैशाली (बिहार)
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी दिल्ली में किराए के मकान में रहकर साथियों के साथ साइबर फ्रॉड करते थे। वे फर्जी बैंक खाते खुलवाकर ठगी की रकम को उन्हीं खातों से निकालते थे।
111 बीएनएस के तहत संगठित अपराध की कार्रवाई
रेंज साइबर थाना ने आरोपियों के खिलाफ संगठित अपराध, ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की है।
आरोपियों से गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी और ठगी की गई रकम के बारे में पूछताछ जारी है।
पुलिस की अपील
साइबर टीम ने आम नागरिकों से अपील की है कि—
- किसी भी सरकारी योजना के नाम पर फोन कॉल से सावधान रहें
- लोन, सब्सिडी या छूट दिलाने के नाम पर मांगी जा रही रकम न जमा करें
- संदिग्ध गतिविधि की तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें
साइबर थाना की यह कार्रवाई ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के खिलाफ एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
