
आलोक मित्तल

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जिले भर के गोचर भूमि पर बेजा कब्जा की जानकारी देते हुए उन्हें मुक्त करने और गौठानो में हो रही गोवंश की मौत की ओर ध्यानाकर्षण किया है। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना नरवा गरुआ घुरवा बाड़ी ज़ हमर गांव हमर गोठान को जिले में असफल करार देते हुए गोठानो की स्थिति दयनीय बताई गई है।

विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक दीपक सिंह ने कहा कि गौठानो में न तो चारा है, ना पानी और ना ही शेड। इलाज के अभाव में भूख से गोवंश की लगातार मौत हो रही । ग्रामीण क्षेत्र से लगातार शिकायत आने के बावजूद उसका निराकरण नहीं किया जा रहा है। ऐसे ही शिकायतों के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ग्राउंड जीरो पर जाकर सागर गांव, खजरी गांव तखतपुर के गोठन में निरीक्षण किया जहां 10 गोवंशो की लाश पड़ी हुई मिली।
इसीलिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए गोठानो में हुई गड़बड़ी और गौ वंशो की मौत की संपूर्ण जांच की मांग की गई है। शिकायत करते हुए कहा गया कि पशुपालन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर जाकर इलाज नहीं करते। प्रभारी विभागीय डॉक्टर सिर्फ नेताओं के घर में जाकर इलाज कर रहे हैं। इनका ध्यान गौठान और मौके पर घायल मरणासन्न गोवंश के उपचार पर नहीं है, जिस कारण भी लगातार गायों की मौत हो रही है। विश्व हिंदू परिषद की शिकायत है कि गौठान समिति और पशुपालन विभाग दोनों पूरी तरह विफल है , इसलिए चारागाहों को बेजा कब्जा से मुक्त करते हुए गोवंश के उचित इलाज और गोठानो में बेहतर व्यवस्था बनाने की मांग की गई है।
