

रायपुर, 23 नवम्बर 2025
राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने डीएमएफ घोटाला और शराब घोटाला प्रकरण में आज सुबह बड़े पैमाने पर सर्च अभियान चलाया। ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई में राज्य के कुल 19 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी गई, जिसमें कई ठेकेदारों, आरोपियों और उनके परिजनों से जुड़े परिसरों की तलाशी ली गई।
🔹 दो बड़े मामलों में छापेमारी
1. डीएमएफ घोटाला (अपराध क्रमांक 02/2024)
धारा 7, 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (यथासंशोधित 2018) एवं 420, 120(बी) भा.दं.वि. के तहत दर्ज इस प्रकरण में आरोपी हरपाल सिंह अरोड़ा एवं उससे जुड़े ठेकेदारों/व्यक्तियों के ठिकानों पर छापे मारे गए।
तलाशी जिन जिलों में हुई:
- रायपुर – 4 स्थान
- बिलासपुर – 2 स्थान
- सरगुजा – 2 स्थान
- कोण्डागांव – 1 स्थान
- धमतरी – 1 स्थान
- बलरामपुर – 1 स्थान
कुल – 11 स्थान
2. शराब घोटाला (अपराध क्रमांक 04/2024)
इस मामले में धारा 7, 12 भ्रनि अधिनियम तथा IPC की धाराएँ 420, 467, 468, 471, 120(बी) के तहत जेल में निरूद्ध आरोपियों अनिल टुटेजा और निरंजन दास के परिजनों के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
तलाशी जिन जिलों में हुई:
- बिलासपुर – 4 स्थान
- रायपुर – 2 स्थान
- दुर्ग – 1 स्थान
- बस्तर – 1 स्थान
कुल – 8 स्थान
🔹 महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त
तलाशी के दौरान ईओडब्ल्यू टीमों ने विभिन्न ठिकानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, फाइलें, डिजिटल रिकॉर्ड, हार्ड डिस्क, मोबाइल डेटा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य अपने कब्जे में लिए हैं। अधिकारी के अनुसार, इन सामग्रियों को दोनों मामलों की अग्रिम जांच में शामिल किया जाएगा, ताकि लेन-देन, अनुबंध और कथित अनियमितताओं की पूरी श्रृंखला सामने लाई जा सके।
🔹 जांच तेज, और भी खुलासों की उम्मीद
ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई को दोनों घोटालों की जांच में बड़ी प्रगति माना जा रहा है। ब्यूरो ने स्पष्ट किया है कि जब्त सामग्री का परीक्षण जारी है और आवश्यकता पड़ने पर आगे और भी छापेमारी या गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा सकती है।
राज्य में करोड़ों रुपये के इन दोनों कथित वित्तीय घोटालों को लेकर पहले से ही राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज थी। आज की व्यापक कार्रवाई से जांच के अगले चरण और भी गंभीर होने के संकेत मिल रहे हैं।
