

बिलासपुर। शहर में अगले 15 दिनों तक पानी का बड़ा संकट खड़ा होने जा रहा है। खारंग जलाशय की दाई तट नहर में बड़े पैमाने पर हुए रिसाव की मरम्मत के लिए 21 नवंबर से खूंटाघाट जलाशय की सप्लाई पूरी तरह बंद रहेगी। इसके चलते अमृत मिशन से जुड़े लगभग 40 हजार घरों में पानी की उपलब्धता काफी कम हो जाएगी। नगर निगम ने साफ चेतावनी दी है कि इस अवधि में पानी केवल दो घंटे ही मिलेगा और वह भी कम दबाव में। कई इलाकों में सप्लाई बिल्कुल बंद रहने की भी संभावना है।
कम हो जाएगी एमएलडी सप्लाई

अमृत मिशन के तहत फिलहाल शहर की 22 टंकियों से रोजाना 42 एमएलडी पानी की सप्लाई होती है। लेकिन नहर मरम्मत के दौरान यह घटकर सिर्फ 30 एमएलडी रह जाएगी। इससे शहर के अधिकांश हिस्सों में लो-प्रेशर की समस्या बढ़ेगी। निगम ने बताया कि अमृत मिशन लाइन बंद होने पर मजबूरी में सभी 1,144 पावर पंप चलाने होंगे, जिनमें से 982 सीधे घरों तक पानी पहुंचाते हैं।
बंद किए गए 66 ट्यूबवेल फिर होंगे चालू
पानी की कमी को संभालने के लिए अमृत मिशन शुरू होने के बाद बंद किए गए 66 ट्यूबवेल फिर से चालू किए जाएंगे, ताकि टंकियों को किसी तरह भरा जा सके। निगम क्षेत्र के 70 वार्डों में 44,281 सामान्य और 5,502 भागीरथी वैध कनेक्शन दर्ज हैं, जबकि 20 हजार से ज्यादा अवैध कनेक्शन होने का अनुमान है। ऐसे अवैध कनेक्शन पानी के दबाव को और गिराएंगे, जिससे वैध कनेक्शनधारियों को भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पाएगा।
इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा असर
अरपापार:
सरकंडा के नूतन चौक, पटवारी प्रशिक्षण केंद्र, अशोक नगर सहित 6 टंकियों से जुड़े करीब 10 हजार घरों को अभी खूंटाघाट से पानी मिलता है। अब पुराने ट्यूबवेल सिस्टम पर ही इन टंकियों को भरना होगा। यहां लो-प्रेशर की स्थिति तय मानी जा रही है।
अरपा के इस पार:
व्यापार विहार, दयालबंद, पीजीबीटी कॉलेज, तारबाहर, मगरपारा, तालापारा, भारतीय नगर सहित लगभग 30 हजार घरों में सप्लाई प्रभावित होगी। यहां पानी टैंकरों पर निर्भरता बढ़ सकती है।
टैंकरों से होगी सप्लाई
निगम ने संकेत दिए हैं कि शहर में टैंकरों की संख्या बढ़ानी पड़ सकती है। जहां ट्यूबवेल या पावर पंप पर्याप्त नहीं होंगे, वहां जल आपूर्ति सिर्फ टैंकरों के माध्यम से की जाएगी।
निगम की अपील – पानी बचाकर इस्तेमाल करें
नगर निगम के प्रभारी अनुपम तिवारी ने कहा—
“21 नवंबर से खूंटाघाट डैम की सप्लाई 15 दिन बंद रहेगी। 22 टंकियों को ट्यूबवेल से भरकर सप्लाई की जाएगी। लोगों को पहले से थोड़ा कम पानी मिलेगा, इसलिए पानी का समुचित उपयोग करें।”
कुल मिलाकर अगले 15 दिन बिलासपुर शहर के लिए चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। नागरिकों से अपील है कि पानी का उपयोग सावधानीपूर्वक करें और अनावश्यक बर्बादी से बचें।
