

बिलासपुर। विजयदशमी पर्व पर बिलासपुर पुलिस ने आमजनों को बड़ी सौगात दी। “आपकी एक आस, आपकी अमानत, आपके पास” संदेश के साथ चलाए जा रहे चेतना अभियान के तहत पुलिस ने गुम हुए 100 कीमती मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को वापस सौंपे। इन मोबाइलों की कुल कीमत लगभग 16 लाख रुपये आंकी गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजनेश सिंह (भा.पु.से.) के निर्देश पर एसीसीयू (साइबर सेल) और जिले के सभी थाना पुलिस ने मिलकर इन मोबाइलों को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के साथ ही मध्यप्रदेश, झारखंड, उड़ीसा और महाराष्ट्र से ट्रेस कर बरामद किया। बुधवार, 2 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी ने मोबाइल उनके स्वामियों को लौटाए।

गुमे हुए मोबाइल पाकर नागरिकों के चेहरे खिल उठे। कई लोग तो मोबाइल वापस पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके थे। उन्होंने बिलासपुर पुलिस की इस पहल की सराहना की और आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि बीते माह भी पुलिस ने 200 से अधिक मोबाइल बरामद कर लौटाए थे।

कार्यक्रम के दौरान एसीसीयू के उपनिरीक्षक प्रभाकर तिवारी ने नागरिकों को डिजिटल ठगी के नए तरीकों जैसे — डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन (वीडियो कॉलिंग के माध्यम से), व्हाट्सएप डीपी बदलकर ठगी, बिटकॉइन धोखाधड़ी, टूरिज्म प्लान, फर्जी कस्टमर केयर, ऑनलाइन लोन ऐप इत्यादि के बारे में जानकारी दी और उनसे बचाव के उपाय साझा किए।
इस चेतना अभियान में एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक अजहरउद्दीन सहित उपनिरीक्षक आतिश पारिक, राहुल सिंह, आरक्षक राघवेन्द्र साहू, प्रशांत राठौर, प्रशांत सिंह, विकास राम, मुकेश वर्मा, सतीश भारद्वाज, नवीन एक्का एवं पूरी एसीसीयू टीम की अहम भूमिका रही।
