सरकंडा पुलिस की बड़ी कार्यवाही — पैतृक भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने वाले गिरफ्तार , धोखाधड़ी के गंभीर मामले में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले साइबर कैफे संचालक समेत कुल 6 आरोपी पुलिस गिरफ्त में

बिलासपुर। सरकंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें मृतक के नाम पर छद्म व्यक्ति को खड़ा कर जाली दस्तावेजों के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री की गई। सरकंडा पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। अब तक कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है।

प्रकाश दुबे, निवासी जूना बिलासपुर, ने सरकंडा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि ग्राम खमतराई (पटवारी हल्का क्र. 25) में स्थित उसकी पैतृक भूमि (खसरा क्र. 672, रकबा 56 डिसमिल) को कूटरचित दस्तावेजों के जरिए किसी अन्य के नाम पर बेच दिया गया है। प्रार्थी के अनुसार, उसके स्वर्गीय पिता के स्थान पर भैयालाल सूर्यवंशी नामक व्यक्ति को खड़ा कर जमीन का पंजीयन आरोपी अनुज मिश्रा के नाम से किया गया।

गिरफ्तार आरोपी :

  1. अनुज कुमार मिश्रा (35 वर्ष), राजकिशोर नगर, सरकंडा
  2. प्रियांशु मिश्रा (30 वर्ष), अभिषेक विहार, सिविल लाइन
  3. राहुल पटवा (31 वर्ष), उस्लापुर अटल आवास
  4. दीपक कुमार साहू (31 वर्ष), कुदुदंड, बिलासपुर
  5. मंगलदास पंडो, निवासी माहुली, बलरामपुर
  6. रामगोविंद पटवा

पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया कि आरोपियों ने राजस्व रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर मृतक भैयालाल दुबे के स्थान पर भैयालाल सूर्यवंशी नाम दर्ज करवाया और फिर झूठे गवाहों के सहारे जमीन का पंजीयन करवा दिया। इस पूरी साजिश में महामाया साइबर कैफे, राजेन्द्र नगर के संचालक दीपक कुमार साहू ने फर्जी आधार कार्ड तैयार कर सहयोग किया। आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड की मूल प्रति, दस्तावेज तैयार करने में उपयोग किए गए कंप्यूटर सेट और कलर प्रिंटर जब्त किए गए हैं।

पुलिस टीम की सराहनीय तत्परता :
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (भापुसे) के मार्गदर्शन में, अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेन्द्र जायसवाल, सीएसपी सरकंडा श्री सिद्धार्थ बघेल और थाना प्रभारी निरीक्षक निलेश पाण्डेय के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया।

सरकंडा पुलिस का कहना है कि फर्जी दस्तावेजों, आधार कार्डों और जालसाजी के इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश की जा रही है। मामले की विवेचना जारी है और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

फर्जीवाड़े के इस मामले ने जमीन रजिस्ट्रियों की प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं सुरक्षा को लेकर एक बार फिर कई सवाल खड़े किए हैं।

S Bharat News | बिलासपुर

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