

बिलासपुर।
सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में ठगी के दो सनसनीखेज मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक में निवेश का झांसा देकर एक फर्म से 4 करोड़ रुपये की ठगी की गई है, जबकि दूसरे मामले में खुद को सीआईएसएफ का जवान बताकर एक बुजुर्ग से 80 हजार रुपये उड़ा लिए गए। दोनों मामलों में पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्लब कल्चर में निवेश के नाम पर फर्म से 4 करोड़ की ठगी
पहला मामला एक फर्म संचालक से जुड़ा है, जिसे एक ठग ने बड़े शहरों में चल रहे “क्लब कल्चर” के नाम पर बेहतर भविष्य और भारी मुनाफे का लालच दिया। साल 2023 में आरोपी ने फर्म संचालक को अपनी मीठी बातों में फंसाकर 4 करोड़ रुपये निवेश के तौर पर ट्रांसफर करवा लिए। शुरू में सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन जब फर्म संचालक को पैसों की जरूरत पड़ी और उसने रकम वापस मांगनी चाही, तो आरोपी टालमटोल करने लगा। कई बार संपर्क करने के बावजूद जब बात नहीं बनी, तब जाकर फर्म संचालक को ठगी का अंदेशा हुआ। आरोपी अब फरार है।
सीआईएसएफ जवान बनकर बुजुर्ग को लगाया चूना
दूसरा मामला रामा वर्ल्ड कॉलोनी का है, जहां चंद्रशेखर तिवारी नामक बुजुर्ग ने अपना मकान किराए पर देने के लिए सोशल मीडिया पर विज्ञापन डाला था। 16 जून को एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर खुद को सीआईएसएफ का जवान बताया और मकान किराए पर लेने की बात कही। भरोसा दिलाने के लिए उसने दो महीने का एडवांस किराया देने की बात की और ट्रायल के रूप में कुछ रुपये उनके खाते में ट्रांसफर भी किए।
इसके बाद जैसे ही चंद्रशेखर ने मोबाइल में स्क्रीन लॉक खोलकर बैंक ट्रांजेक्शन कन्फर्म करना चाहा, उनका फोन हैंग हो गया। फोन रीस्टार्ट होने के बाद जब उन्होंने बैलेंस चेक किया तो उनके खाते से 80 हजार रुपये गायब थे। पूरी घटना के बाद उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपियों की तलाश जारी
सिरगिट्टी थाना पुलिस ने दोनों मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि साइबर टीम की मदद से आरोपियों की पहचान और लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। दोनों मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच तेज कर दी गई है।
पुलिस ने नागरिकों से की अपील:
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे निवेश या ऑनलाइन लेन-देन के मामलों में पूरी सतर्कता बरतें। किसी अनजान व्यक्ति की बातों में आकर बड़ा निवेश या मोबाइल लिंक शेयर न करें। यदि कोई व्यक्ति सरकारी पद पर होने का दावा करे, तो उसकी पहचान की पुष्टि जरूर करें।
